रांची। बेरोजगार युवा और अनुबंधकर्मी ने हेमंत सरकार पर वायदाखिलाफा का आरोप लगाया है। सरकार के इस रवैये के खिलाफ उन्होंने 2 अक्टूबर को रांची के मोरहाबादी मैदान सहित सभी जिलों में उपवास और सत्याग्रह किया। वहां मौजूद सहायक पुलिस कर्मियों ने भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
युवाओं ने कहा कि 2021 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया है। साल लगभग खत्म होने वाला है। सिर्फ 90 दिन ही बचे हैं। इस नियुक्ति वर्ष में एक भी नियुक्ति नहीं हो सकी है। ना ही लंबित नियुक्ति ही पूरी की गई है। अनुबंध कर्मी को वेतनमान नहीं मिला। जेपीएससी के अभ्यर्थी से भी हेमंत सोरेन ने विश्वासघात किया है। आयु सीमा में छूट नहीं दिया गया। आरक्षण की बात करके आरक्षण खत्म कर दिया गया। झारखंड के सभी युवा नाराज हो गए हैं। राजनीतिक विकल्प की बात करने लगे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान सिर्फ अपने परिवार और पार्टी के सदस्यों की ही नियुक्ति की है।
आंदोलनरत अभ्यर्थी सफी इमाम ने कहा हेमंत सरकार अपने सभी चुनावी वादे पूरा करने में नाकाम रही है। सरकार वादा पूरा करें वर्ना 15 नवंबर को बाध्य होकर पूरे झारखंड में उलगुलान होगा। नाराज बेरोजगार युवा और अनुबंध कर्मी संगठित होकर ‘झारखंड यूथ एसोसिएशन’ के बैनर तले सभी 24 जिला मुख्यालय में गांधी प्रतिमा के समक्ष एक दिवसीय उपवास सह सत्याग्रह पर रहे। लगभग सभी जिला मुख्यालय में उपवास कार्यक्रम किया गया।
मोरहाबादी मैदान, रांची बापू वाटिका में सफी इमाम, गुलाम हुशैन, अजय करमाली, गौरव कुमार, राजेश ओझा, विशाल कुमार, प्रदीप कुमार ,सतीश उरांव, मुकेश कुमार, रूसतम मिंज, अरविंद कुमार, मनोज प्रसाद, फूलचंद साव, अरूण कुमार, आकाश कुमार, यमुना प्रसाद, संगम कुमारी, रूपा कुमारी, दीपक कुमार, अनिता, गौतम कुमार, परिमल कुमार, मुरारी दास आदि अभ्यर्थी शामिल रहें।