समस्तीपुर। समस्तीपुर के विद्यापतिनगर थाने की बंगराहा पंचायत के हेतिमपुर गांव से एक साथ सास, बहू और पोती की अर्थियां निकलीं। यह दृश्य देख वहां उपस्थित सभी लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे थे। सभी की गमगीन वातावरण में गंगा के किनारे अंत्येष्टि की गई।
लगातार हुई वर्षा से सीलन होने से ईंट, मिट्टी और खपरैल घर में रात गिर जाने से घर में सो रहे छह लोग दब गए थे। इस हादसे में उमेश राय की मां रामसखी देवी, पत्नी सोनिया देवी और पुत्री स्नेहा कुमारी की दबने से मौत हो गई थी। वहीं तीन बच्चियों जख्मी हो गई थीं। परिवार के सभी पुरुष सदस्यों के बाहर रहने के कारण किसी की अंत्येष्टि नहीं की गई थी। रामसखी देवी के तीनों पुत्र अलग-अलग राज्यों में परिवार के भरण-पोषण के लिए मजदूरी करते हैं। तीनों जब घर पहुंचे तब अंत्येष्टि की प्रक्रिया शुरू की गई। तीनों आने के बाद सास, बहू व पोती को अलग अलग अर्थी पर ग्रामीण गंगा किनारे ले गए और अंतिम संस्कार किया। इससे पहले हादसे की जानकारी मिलने पर मृतक के घर सगे संबंधियों और शुभचिंतकों के आने के साथ ही चीत्कार होती रही।
जिला पार्षद बालेश्वर सिंह, पूर्व प्रमुख रामप्रकाश महतो, पूर्व मुखिया लक्ष्मीकांत दास, नंदकिशोर राय विनोद कुशवाहा आदि पीड़ित परिवार को ढांढ़स बढ़ाने में लगे थे। अर्जुन राय, रंजित कुमार आदि ने बताया कि सभी मजदूरी कर जीवन यापन करते थे। परिवार के पुरुष सदस्य के आने के बाद आज अंतिम संस्कार किया गया।