लखनऊ। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10.38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया।
क्राइम ब्रांच के दफ्तर पुलिस महकमे के आला अधिकारी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की टीम भी पहले से ही पहुंच चुकी थी। आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी के रूप में पुलिस ने समन किया था। इसके बावजूद वे जांच टीम के सामने पेश नहीं हुए। आशीष के नेपाल भागने की चर्चा के बीच अजय मिश्रा ने एक दिन पहले साफ किया था कि आशीष कहीं गया नहीं है। वो साक्ष्य के साथ कल पेश होगा। इन सबके बीच आशीष मिश्रा को आज 11 बजे तक क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। गौरतलब है कि लखीमपुर पुलिस जब समन लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर पहुंची थी तब वहां कोई नहीं था।
पुलिस राज्यमंत्री के घर दूसरी नोटिस चस्पा कर आई थी। क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा को दोबारा तलब किया है। लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। किसानों की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आशीष मिश्रा पर आरोप लगाया है कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाई।