इंग्लैंड। गर्भपात की स्थिति मां के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद दर्दनाक होती है। हाल ही में इंग्लैंड की एक महिला के गर्भपात से जुड़ी एक खबर काफी चर्चा में है। वो इसलिए कि पहले तो महिला को गर्भपात का दुख झेलना पड़ा और दूसरा ये कि अस्पताल की गलती के चलते 7 महीने तक उसके गर्भ में उसके बच्चे का कुछ अंश बचा रह गया जिसके चलते उसे भयंकर दर्द से गुजरना पड़ा।
इंग्लैंड के बर्सलम में रहने वाली 38 साल की एरिका 4 बच्चों की मां हैं। वो अपने पांचवें बच्चे को जन्म देने वाली थीं। मार्च में जब वो अपने 12वें हफ्ते का स्कैन करवाने अस्पताल पहुंचीं तो उन्हें पता चला कि उनका गर्भपात हो गया है। उनके बच्चे की मौत हो गई है। उन्हें काफी ब्लीडिंग हो रही थी।
डॉक्टरों ने उनके शरीर में ब्लड ट्रांस्फ्यूजन किया। और उसी रात उनके शरीर से भ्रूण को निकाल दिया गया। कुछ महीनों बाद उनके शरीर में बेहद दर्द होने लगा। दर्द से वो तड़प रही थीं जिसे वो सहन भी नहीं कर पा रही थीं। उनके पार्टनर उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर गया जहां गर्भपात के बाद उनके शरीर से भ्रूण को निकाला गया था।
डॉक्टरों ने बताया कि भ्रूण का कुछ भाग अभी भी शरीर में मौजूद है जिसके चलते उन्हें दर्द हो रहा था। इस बात के सामने आने के बाद एरिका ने अस्पताल प्रशासन को घेर लिया है। उनका कहना है कि अस्पताल ने इतनी बड़ी गलती कैसे कर दी है। अब एरिका अस्पताल के खिलाफ प्रशासन से शिकायत करने वाली हैं। हालांकि अस्पताल ने उनसे माफी मांगी है।