झारखंड के बाद बिहार में भी दशहरा पर नरबलि, तांत्रिक पत्नी के इशारे पर दुर्गा मंदिर में छात्र को काटा

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पटना। झारखंड के बाद बिहार के अररिया के कुआड़ी ओपी क्षेत्र की ग्राम पंचायत लैलोखर के मधुबनी वार्ड संख्या-10 स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में शुक्रवार की देर रात मंदिर के बरामदे में सोये 25 वर्षीय एमसीए के छात्र की धारदार हथियार से नरबलि दे दी गयी।

मृतक कुर्साकांटा प्रखंड के पूर्व प्रमुख धनजीत सिंह का 25 वर्षीय भतीजा जितेंद्र कुमार सिंह उर्फ प्रेमचंद पिता भक्ति सिंह बताया जाता है। वह दिल्ली में रहकर एमसीए की पढ़ाई कर रहा था। वह दुर्गापूजा में अपने घर लैलोखर पंचायत के मधुबनी वार्ड संख्या-10 आया था। पूर्व प्रमुख के अपने ही मंदिर में वह दस दिनों तक मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा-पाठ में रुचि रखता था।

ग्रामीणों की मानें, तो विजयदशमी के दिन मूर्ति विसर्जन के बाद जितेंद्र को उसके गांव के ही जगदीश सिंह के पुत्र रामएकबाल अपने साथ आइपीएल का फाइनल मैच देखने के बहाने मंदिर पर ले गया था। जहां देर रात जितेंद्र की बलि रामएकबाल (20) के ही पिता जगदीश सिंह (57) ने दे दी। घटना को अंजाम दे आरोपित हत्या में प्रयुक्त दबिया अपने पुत्र रामएकबाल को सुपुर्द कर वहां से फरार हो गया।

रामएकबाल ने ही प्रमुख के घर पर जाकर जितेंद्र की हत्या होने की बात बतायी। जब ग्रामीण जुटे, तो उसके जितेंद्र की हत्या किसी के द्वारा किये जाने की बात कह पिता को बचाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन सूचना पाते ही पहुंचे कुआड़ी ओपी अध्यक्ष अवधेश कुमार ने रामएकबाल को हिरासत में ले लिया।

वहीं ग्रामीणों के सहयोग से हत्यारे को भी नेपाल सीमा के समीप गिरफ्तार कर लिया। वहीं कथित तांत्रिक महिला रूपा देवी (45) को भी हिरासत में ले लिया। इधर घटना के बाद परिजन जितेंद्र को लेकर पीएचसी कुर्साकांटा गये, वहां से रेफर किये जाने के बाद सदर अस्पताल में जितेंद्र ने अंतिम सांस ली।