रांची। झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव द्वारा सरकारी शिक्षकों और विद्यालय पर की गई टिप्पणी के खिलाफ गुस्सा फूटा। रांची के नामकुम प्रखंड के सभी सरकारी विद्यालय के शिक्षकों ने अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड प्रदेश के बैनर तले काला बिल्ला लगाकर शैक्षिणक एवं अन्य कार्य संपादित किया गया। वित्त मंत्री के विरुद्ध रोष प्रकट किया।
शिक्षकों ने कहा कि सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बिल्कुल अलग-अलग समूह से हैं। एक साधनविहीन, कम पढ़े-लिखे अभिभावकों और ज्यादातर ग्रामीण परिवेश के बच्चे हैं। दूसरी ओर अपेक्षाकृत साधन-संपन्न, शिक्षित और जागरूक अभिभावक के बच्चों का समूह है। इनकी तुलना करना गलत है।

शिक्षा के साथ-साथ सरकारी विद्यालय कल्याणकारी राज्य के उद्देश्यों की प्राप्ति का प्रतिनिधि है। सरकारी शिक्षकों पर राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने का भार भी होता है। अभी भी विद्यालय के सभी शिक्षक स्वयं के मोबाइल पर ऑनलाइन विद्यालय के पोषक क्षेत्रों का बाल पंजी संधारित करने का कार्य कर रहे है। ऐसे में सरकारी शिक्षकों के कर्तव्यों पर लांक्षण लगाना उचित प्रतीत नहीं होता है।
मंत्री की टिप्पणी का विरोध संघ के अजय ज्ञानी, बद्री विशाल, अरविंद, भूषण, राजेश, भूदेव, अंतेश, जुली, रीना, देशराज, अलका, राजकिशोर, सुनील, जलज सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया।
