- काला बिल्ला लगाकर शिक्षण और अन्य कार्य किया
रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ झारखंड प्रदेश के आह्वान पर राज्य के प्रारंभिक शिक्षकों ने वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के बयान का 14 सितंबर को जबरदस्त विरोध किया। उन्होंने काला बिल्ला लगाकर शिक्षण और अन्य कार्य किया। उन्होंने वित्त मंत्री होश में आओ, मुर्दाबाद, अपनी बात वापस लो, मंत्री शर्म करो, शिक्षक एकता जिंदाबाद के नारे लगाये।

संघ के पदधारियों ने कहा कि मंत्री अपनी बात वापस लें। माफी मांगें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं और अपने बयान पर खेद नहीं जताते हैं तो दूसरे चरण के आंदोलन की घोषणा 19 सितंबर को की जाएगी। आज राज्य के सभी जिला और प्रखंडों में व्यापक रूप से शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज किया।

पदधारियों ने कहा कि मंत्री ने सरकारी शिक्षकों को अपमानित करने के लिए अशोभनीय व गैर जिम्मेदारना बयान दिया है। उनके शिक्षा विरोधी बयान से प्रदेश के प्रारंभिक शिक्षक आहत हैं। उनमें आक्रोश और उबाल है। उन्होंने आज राज्यव्यापी काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट किया। अपनी मान सम्मान की रक्षा का संकल्प लिया।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि सेवा से जुड़ी किसी तरह की मांग नहीं है। बात अतिरिक्त लाभ की भी नहीं है। बात सम्मान और स्वाभिमान की है। ग्रामीण झारखंड के आत्मसम्मान की बात है। स्कूली शिक्षा के बचाव की बात है। राज्य के 46 लाख नौनिहालों की बात है।

पदधारियों ने कहा कि चुनाव में प्राइवेट स्कूलों से चंदा लेने वाले उनको फलता फूलता देखना ही चाहेंगे। हालांकि सरकारी टीचर और स्कूल का मनोबल तोड़कर उनको नकारा बताकर उनको अपमानित कर हरगिज बर्दाश्त नहीं है। सरकारी टीचर्स की अस्मिता, ईमानदारी, कर्मठता, समर्पण, मान-सम्मान को टेस पहुंचाना मंजूर नहीं है।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अनूप केशरी, असदुल्लाह, दीपक दत्ता, अजय ज्ञानी, धीरज कुमार, सुनील कुमार, अनिल कुमार, बाल्मीकि कुमार, प्रवीण कुमार, संजय कुमार, नंदकिशोर सिंह, प्रभात कुमार, कृष्णा शर्मा, दिलीप श्रीवास्तव, अमरेश कुमार, अजय कुमार, सुनील कुमार, संजय कांडुलना, उपेंद्र कुमार, महेश्वर घोष, शशि शेखर सिंह, रवि कांत रवि, यदुनाथ टूडू, मनोरंजन कुमार, राजेश गुप्ता, अजय कुमार, जयंत तिवारी, सलीम सहाय, सुरंजन कुमार, रामचंद्र खेरवार, विनोद राम, राजू साहू, राजेश सिन्हा, सच्चिनानद सिंह, राजीव लोचन सहित अन्य शामिल थे।










