टाटा स्टील फाउंडेशन ने सरायकेला-खरसावां में सामुदायिक टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की

झारखंड
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जमशेदपुर। टाटा स्टील फाउंडेशन ने कोविड-19 महामारी के बढ़ते खतरे को कम करने और टीकाकरण में झारखंड के स्थानीय समुदायों की मदद करने के लिए नयी पहल की है। फाउंडेशन ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और सरायकेला-खरसावां के जिला प्रशासन के साथ मिल कर 04 सितंबर से राजनगर प्रखंड में सामुदायिक टीकाकरण अभियान शुरू किया। 

इस अभियान का उद्घाटन मंत्री चंपाई सोरेन, सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त अरवा राजकमल, अतिरिक्त उप-कलेक्टर सुबोध कुमार की उपस्थिति में जिले के राजनगर प्रखंड के सोसोमाली प्रोजेक्ट हाई स्कूल में किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, केंदमुंडी पंचायत की मुखिया रासमुनि हांसदा और अन्य सरकारी अधिकारी समेत सौरव रॉय, चीफ (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी), टाटा स्टील फाउंडेशन व टाटा मेन हॉस्पिटल के सदस्य मौजूद थे।

यह टीकाकरण अभियान टाटा स्टील फाउंडेशन और टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज का एक संयुक्त उद्यम है, जो अपने नागरिकों के उचित टीकाकरण के माध्यम से महामारी की भयावहता को कम करने के लिए देश के अभियान का समर्थन करने का एक प्रयास है। इस अभियान का लक्ष्य पहले क्षेत्र के समुदाय का सम्पूर्ण टीकाकरण और फिर राज्य के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में गांवों व टोलों को भी इसके दायरे में लाना है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भी टीएसएफ के साथ अपने सहिया नेटवर्क के माध्यम से जनता को जुटाने, जागरूकता सत्र आयोजित करने और कोविड -19 से संबंधित भ्रांतियों को दूर करना व तथ्यों को आम जनों तक पहुंचाने का काम कर रहा है।

वर्तमान में राजनगर प्रखंड में ‘सोसोमाली प्रोजेक्ट हाई स्कूल’ को टीकाकरण केंद्र के रूप में तय किया गया है। इससे पहले, नोवामुंडी, वेस्ट बोकारो और झरिया में इसी तरह के टीकाकरण अभियान का उद्घाटन पहले ही किया गया है। अब तक 17,125 टीके लगाए जा चुके हैं।

सौरव रॉय ने कहा, “स्थानीय समुदायों को समान अवसरों प्रदान करना और उनके जीवन की गुणवत्ता बनाए रखना टाटा स्टील फाउंडेशन के विजन का मूलमंत्र है। इस प्रकार टीकाकरण कार्यक्रम यह सुनिश्चित करेगा कि बढ़ती महामारी के इस युग में हाशिए पर रह रहे हमारे स्थानीय समुदायों को समय पर हस्तक्षेप और बीमारी से सर्वोत्तम संभव सुरक्षा मिले।”

पिछले छह महीनों में टाटा स्टील फाउंडेशन ने ‘अपनों की सुनो’ पहल के माध्यम से टीकाकरण के लिए खुद को ऑनलाइन पंजीकृत कराने के लिए समुदायों को जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।