वित्त मंत्री के बयान के खिलाफ सरकारी शिक्षकों ने लगाया काला बिल्‍ला

झारखंड
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विवेक चौबे

गढ़वा। झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव नागेन्द्र चौधरी ने वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा सरकारी शिक्षकों के प्रति दिये गये बयान की निंदा की। जिले के कांडी प्रखंड के सभी स्‍कूलों सहित उत्क्रमित उच्च विद्यालय बरवाडीह के शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर सांकेतिक विरोध करते हुए पठन-पाठन का कार्य किया। विरोध करते हुए शिक्षकों ने कहा कि मंत्री को अपनी बात वापस लेते हुए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। यह मंत्री की तुच्छ मानसिकता को परिलक्षित करता है।

मंत्री को सरकारी विद्यालय की दशा के लिए स्वयं जिम्मेवारी लेनी चाहिए, क्योंकि सरकार पढ़ाने के बजाय शिक्षक को तमाम गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न की हुई है। मंत्री को एक बार दिल्ली मॉडल का भी मूल्यांकन कर लेना चाहिए। सरकार गरीब, दबे कुचले और सुविधाविहीन क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का विकास चाहती है तो शिक्षकों को तत्काल गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करे। साथ ही, आरटीई अधिनियम के अनुसार छात्र शिक्षक अनुपात को शीघ्र संतुलित करें। सरकारी शिक्षकों में ना योग्यता की कमी है, ना उत्सुकता और नर ही नवाचारी गुणों की। सरकारी शिक्षकों की कार्य कुशलता से देश में राज्य का स्थान संतोष जनक पायदान पर है। अपनी नाकामी का ठीकरा हम शिक्षकों पर फोड़ना गलत व असहनीय है।

मौके पर उर्दू शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष मो मंसूर आलम, झारखंड प्रगतिशील प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कोषाध्यक्ष पुरषोत्तम कुमार द्विवेदी, शिक्षक विजय कुमार तिवारी, उपेंद्र प्रसाद, नंदलाल मेहता, अविनाश कुमार दुबे, बदरी नारायण, अखिलेश कुमार, परमानंद, कमलेश राम उपस्थित थे।