धनबाद। झारखंड के सबसे बड़े अस्पतालों की शुमार शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में शनिवार की सुबह एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने वहां हंगामा किया। परिजनों ने लापरवाही का आरोल लगाया।
परिजनों ने बताया कि बलियापुर निवासी 56 वर्षीय वीरेंद्र महतो को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसके बाद उन्हें अहले सुबह 04 बजे के हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए। वहां वरीय चिकित्सक की उपस्थिति नहीं थे। ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा नहीं थी। इसके कारण उनकी मौत हो गई।
बताया जाता है कि मृतक की पुत्री कोविड-19 अस्पताल में पारा मेडिकल कर्मी के तौर पर पिछले 2 वर्षों से कार्यरत है। पुत्री ने भी इमरजेंसी वार्ड में मौजूद पारा मेडिकल कर्मियों को उचित इलाज देने और चिकित्सक से संपर्क करने की गुहार लगाई।
पुत्री के अनुसार कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। नतीजतन, उनके पिता की मौत हो गई। इस मामले में परिजनों ने न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी कर्मियों और चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।