आपदाओं से बचने के लिए सुरक्षा की जरूरत : पीयूष परांजपे

झारखंड
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  • एनएसएस एवं यूनिसेफ का आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय वेबिनार

रांची। आपदाओं से बचने के लिए सुरक्षा जरूरी है। कोविड-19 महामारी, वज्रपात, आंधी-तूफान एवं बाढ़ जैसी आपदा के पूर्व जागरुकता के प्रति एनएसएस के स्वयंसेवकों की भूमिका सराहनीय रही है। वज्रपात से बचने के लिए घर में तड़ि‍त चालक निश्चित रूप से लगाना चाहिए। यह बिजली को जमीन में लेकर चला जाता है। उक्त बातें एनएसएस एवं यूनिसेफ के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड एवं बिहार के एनएसएस क्षेत्रीय निदेशालय के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कही। उन्होंने कहा कि आपदा से सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम लाभप्रद होगा।

झारखंड के राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण कर आपदाओं से बचा जा सकता है। इसके प्रति जागरुकता में एनएसएस की भूमिका सराहनीय रही है। आकाशीय बिजली ज्यादातर भवनों पर गिरती है। इसलिए भवनों के ऊपर तड़ि‍त चालक निश्चित रूप से लगाना चाहिए। रांची विश्वविद्यालय में आपदा प्रबंधन की पढ़ाई हो रही है।

मुख्य वक्ता क्लाइमेट रेसिलियंट ऑब्जर्विंग सिस्टम प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन कर्नल संजय श्रीवास्तव ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से वज्रपात की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वज्रपात से सुरक्षा के लिए मानक का हमेशा पालन करनी चाहिए। जलवायु परिवर्तन के कारण वज्रपात की घटनाएं बढ़ रही है। बादलों के आपस में टकराने से आकाशीय बिजली उत्पन्न होती है, जो पृथ्वी पर गिरकर भयावह रूप धारण करती है। दामिनी एप वज्रपात के पूर्व सिग्नल देता है। इससे वज्रपात के पूर्व सुरक्षा बरती जा सकती है। आकाशीय बिजली चमकने के बाद वज्रपात एवं ध्वनि सुनाई देता है। इसलिए संबंधित स्थल पर आकाशीय बिजली दिखते ही हट जाना चाहिए।

वेबिनार में एनडीआरएफ 9 बटालियन बिहार के इंस्पेक्टर नितेश कुमार ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम आपदा में बचाव एवं सुरक्षा दिलाती है। उन्होंने बाढ़ से बचने, इससे प्रभावित और बाढ़ में डूबे व्यक्ति के प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। अंत में प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रतिभागियों ने सवाल किए। उसका जवाब कर्नल संजय एवं इंस्पेक्टर नितेश कुमार ने दिया। प्रोग्राम ऑफिसर बीएन सिंह के बाढ़ में किसी वस्तु के उत्पलावन एवं गुरूत्वाकेन्द्र पर उठाये सवाल का जवाब इंस्पेक्टर नितेश कुमार ने दिया।

वेबिनार का संचालन डॉ फैज एवं धन्यवाद एसएनओ डॉ ब्रजेश कुमार ने किया। इस वेबिनार में यूनिसेफ की कम्युनिकेशन ऑफिसर आस्था अलंग, डॉ प्रियंका सिंह, श्रीनिवास मूर्ति, डॉ श्यामला, एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर स्वयंसेवक समेत दो सौ से अधिक प्रतिभागि‍यों ने हिस्साा लिया।