पटना। कोरोना संक्रमण काल में जहां एक ओर कर्मचारी निकाले जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बिहार में सरकारी नौकरी की चाहत रखने वालों के लिए अच्छा मौका है। पटना मेट्रो रेल के प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए जल्द ही नई नियुक्ति होगी। हालांकि सरकार की इस योजना में सीधे बहाली की बजाय निजी एजेंसी के जरिये कर्मचारियों की सेवा ली जाएगी।
पटना मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) एजेंसी के माध्यम से मैनपावर की बहाली करेगी।पीएमआरसीएल की ओर से ऐसी एजेंसी को हायर करने के लिए निविदा जारी की गयी है। निविदा के जरिये पहले एजेंसी का चयन किया जाएगा। एजेंसी ही मांगे गए पदों के लिए निर्धारित योग्यता के अनुसार स्टाफ उपलब्ध कराएगी। यहां बता दें कि पटना मेट्रो रेल में बहाली के नाम पर फर्जीवाड़ा का धंधा भी खूब चल रहा है। पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का काम देख रही एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने इस बारे में युवाओं को सावधान किया था। ऐसी ठगी के जाल में दिल्ली और दूसरे प्रदेशों के युवा भी फंस चुके हैं।
जानकारी के अनुसार फिलहाल कुल 22 पदों पर एजेंसी के माध्यम से बहाली की जाएगी। इसमें एक ड्राफ्ट मैन, दो आइटी एक्जीक्यूटिव, पांच स्टेनोग्राफर, चार डाटा इंट्री ऑपरेटर, दस सपोर्टिंग स्टाफ शामिल हैं। पीएमआरसीएल ने इनके लिए वेतन भी निर्धारित कर दिया है। वेतन के साथ वार्षिक व्यय राशि का ब्योरा दिया गया है। निविदा शर्त के अनुसार ऐसी एजेंसी को रखे जाने की शर्त है, जिसका पिछले तीन वर्षों से एक करोड़ या उससे अधिक आय व्यय का ब्योरा रहे। पटना मेट्रो रेल का प्रोजेक्ट अभी आगे बढ़ना शुरू ही हुआ है। योजना के आगे बढ़ने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।