नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 अगस्त, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के महोबा में एलपीजी कनेक्शन सौंपकर उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना-पीएमयूवाई) का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे। राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।
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उज्ज्वला 1.0 से उज्ज्वला 2.0 तक की यात्रा
वर्ष, 2016 में शुरू किए गए उज्ज्वला योजना 1.0 के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इसके बाद अप्रैल 2018 में इस योजना का विस्तार कर इसमें सात और श्रेणियों (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, पीएमएवाई, एएवाई, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी, द्वीप समूह) की महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। इस लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया। लक्ष्य को निर्धारित तिथि से सात महीने पहले अगस्त, 2019 में ही हासिल कर लिया गया।
एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन
वित्तीय वर्ष 21-22 के केंद्रीय बजट में पीएमयूवाई योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की गई थी। इन एक करोड़ अतिरिक्त पीएमयूवाई कनेक्शन (उज्ज्वला 2.0 के तहत) का उद्देश्य कम आय वाले उन परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पीएमयूवाई के पहले चरण के तहत शामिल नहीं किया जा सका था।
पहला रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त मिलेगा
उज्ज्वला 2.0 के तहत लाभार्थियों को जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ-साथ पहला रिफिल और हॉटप्लेट निःशुल्क प्रदान किया जायेगा। साथ ही, इसमें नामांकन की प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी। उज्ज्वला 2.0 में प्रवासियों को राशन कार्ड या निवास प्रमाण-पत्र जमा करने की जरूरत नहीं होगी। ‘पारिवारिक घोषणा’ और ‘निवास प्रमाण’ दोनों के लिए स्वयं द्वारा एक घोषणा पर्याप्त है। उज्ज्वला 2.0 एलपीजी तक सभी की पहुंच के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेगी।