जानें इस शहर में किसान आखिर क्यों फेंक रहे टमाटर

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नासिक के थोक बाजार में इन दिनों टमाटर की शामत आई हुई है। इसके भाव में 50 फीसदी की गिरावट आ गई है। वहां औसत किस्म के टमाटर का दाम ढाई रुपये प्रति किलो तक गिर गया है। तब भी किसान इसे खेत से तोड़ कर मंडी भी नहीं ला पा रहे हैं। इसलिए टमाटर को सड़कों पर फेंक रहे हैं।

नासिक एपीएमसी के सचिव अरुण काले ने बताया कि पिछले सत्र में टमाटर का भाव 300-350 रुपये प्रति क्रेट था। उसके मुकबले टामटर के दाम गुणवत्ता के आधार पर चालू सत्र (जून-जनवरी) में 50-180 रुपये प्रति क्रेट पर आ गया है। एक क्रेट में 20 किलोग्राम टमाटर होता है। मतलब औसम किस्म के टमाटर का दाम ढाई रुपये प्रति किलो तो बेहतर किस्म के टमाटर का दाम नौ रुपये प्रति किलो। काले ने कहा कि निर्यात की कमी, क्षेत्र में अधिक उत्पादन और वर्षा के असमान वितरण ने उपज की गुणवत्ता को प्रभावित किया है, जिसने इसे पहले की तुलना में अत्यधिक खराब बना दिया है।

नासिक एपीएमसी के बालासाहेब पटोले ने बताया कि अब तक किसानों द्वारा लगभग 1,000-1,500 क्रेट टमाटर फेंके जा चुके हैं। हालांकि, पिछले 1-2 दिनों से हालात में सुधार हो रहा है क्योंकि आवक धीमी हो गई है और मंडी में टमाटर की बेहतर गुणवत्ता आ रही है।