पीएम के संसदीय क्षेत्र में ई-नाम मंडी से किसानों की आय होगी दोगुनी

उत्तर प्रदेश कृषि देश
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वाराणसी के किसान देश में कहीं भी बेच पाएंगे अपनी उत्पाद

वाराणसी। किसान अपनी उपज का सही मूल्य पाने के लिए अब पूरे देश में कहीं भी अपनी फसल बेच सकेंगे। सरकार इसके लिए ई-नाम मंडी (इलेट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर  मार्केटिंग) की सुविधा शुरू करने जा रही है। इसके शुरू होने से बिचौलिए भी बीच से हट जाएंगे। इसका पूरा मुनाफा किसानों को मिलेगा। कृषि उत्पादन मंडी समिति वाराणसी (पहड़िया मंडी) में इसके लिए अक्टूबर तक बिल्डिंग बन कर तैयार हो जाएगी। ई-नाम मंडी करीब 1. 23 करोड़ की लागत से बन रही है।

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किसानों को उसकी मेहनत का सही दाम मिले इसके लिए योगी सरकार संकल्पबद्ध है। सरकार चाहती है कि किसानों की मेहनत का मुनाफा खाने वाले बिचौलियों को पूरी तरह से हटा दिया जाए। किसानों की खून और मेहनत की पूरी कमाई उनके खाते में जाए। सरकार ने इसके लिए कई तरह के सफल प्रयास किए है। इस क्रम एक प्रयास ई-नाम मंडी (इलेट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केटिंग) है। यह वाराणसी में कृषि उत्पादन मंडी समिति (पहड़िया मंडी ) में अक्टूबर तक बन कर  तैयार हो जाएगा। इसके शुरू होने से बिचौलिए खुद बीच से हट जाएंगे। किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।

कृषि उत्पादन मंडी समिति वाराणसी (पहड़िया मंडी) के सचिव देवेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि मंडी में जब किसान आएंगे, तब उनकी फसल के वजन के साथ उनके उत्पाद की गुणवत्ता भी विशेषज्ञों द्वारा जांची जाएगी। विशेषज्ञ फसल की क्वालिटी के अनुसार उसकी ग्रेडिंग करेंगे। मंडी की टीम इसका मूल्य निर्धारण करके मंडी में लगे एलईडी स्क्रीन पर डिस्प्ले करेगी। साथ ही किसान के विवरण के साथ ही ई-नाम मंडी के प्लेटफार्म पर  ऑनलाइन कर देगी। इसे देश में कहीं भी बैठा खरीदार लॉगिन कर फसल, उसका ग्रेड आदि देख सकते हैं। इसके बाद बिडिंग की जाएगी, जो अधिक मूल्य देगा उसको उत्पाद बेच दिया जाएगा। मंडी समिति  ही इसका सेल एग्रीमेंट, सेल बिल आदि की औपचारिकताएं कराएंगी।

क्षेत्रीय कार्यालय निर्माण के उपनिदशक ने बताया कि पहाड़िया मंडी में ई-नाम मंडी करीब 1.23 करोड़ की लागत से बन रही है। ये तीन मंजिला बिल्डिंग है। इसके अक्टूबर तक बन कर तैयार हो जाने की संभावना है। इसी बिल्डिंग में ग्रेडिंग, लैब और मीटिंग हॉल भी होगा। अधिकारियों का कार्यालय भी इसी भवन में होगा। इसमें एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगेगी। इस स्क्रीन पर ई नाम मंडी से जुड़े देश के कई मंडियों में तय फल सब्जी आदि की कीमत कारोबारी देख सकेंगे। साथ ही कारोबारी अपने उत्पाद का उचित मूल्य जानने के साथ ही तय भी कर सकेंगे।