इन एप्स को हरगिज नहीं करें डाउनलोड, जानें वजह

झारखंड टेक्नोलॉजी
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रांची। तकनीक के साथ साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है। साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए हर दिन नया-नया तरीका इस्‍तेमाल कर रहे हैं। थोड़ी सी असावधानी की वजह से लोग उनके जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई लुटा दे रहे हैं।

पुलिस लगातार लोगों को इस बारे में सचेत कर रही है। साइबर अपराध से बचने के प्रभावी तरीके लोगों को बता रही है। रांची पुलिस ने भी लोगों को इसके प्रति सावधान किया है। कुछ एप के बारे में बताया है। उसे हरगिज डाउनलोड नहीं करने की सलाह दी है।

पुलिस की ये सलाह

किसी भी अज्ञात नंबर से कॉल आने पर किसी भी प्रकार की निजी जानकारी (यथा, कार्ड नंबर, खाता नंबर, आधार/पैन नंबर, जन्म तिथि आदि) कतई साझा नहीं करें।

किसी भी परिस्थिति में अपने मोबाईल पर आये किसी भी प्रकार का OTP/CODE किसी भी अनजान व्यक्ति को हरगिज नहीं बतायें।

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गूगल से किसी भी प्रकार का कस्टमर केयर नंबर या हेल्पलाइन नंबर नहीं लें। अधिकांशतः यह साईबर अपराधियों का नंबर होता है। सिर्फ ऑफिसियल वेबसाइट पर उपलब्ध नंबर पर ही संपर्क करें।

कौन बनेगा करोड़पति, लॉटरी, आकर्षक छूट, कैशबैक, सस्ता लोन, ऑनलाइन लोन, नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन आदि के प्रलोभन से बचें।

किसी अंजान व्यक्ति के बताये गये एप्स (यथा, Any Desk, Team Viewer, Remote Desktop, Air Mirror, AirDroid, Screenleap, Mikogo Splashtop, Ultraviewer आदि) हरगिज डाउनलोड नहीं करें।

किसी अंजान व्यक्ति के बताये अनुसार कोई ट्रांजेक्शन नहीं करें। भले ही वह ट्रांजेक्शन अत्यंत छोटी राशि की ही क्यों नहीं हो। अज्ञात Link/URL पर क्लिक करने से बचें।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, Whatsapp आदि) आदि पर निजी अथवा पारिवारिक जानकारी/फोटोग्राफ आदि देने से परहेज करें।

Whatsapp हैकिंग से बचने के लिए 2 Factor Authentication को सक्षम करें। यह करने के बाद कोई भी आपका गुप्त 6 अंको का कोड बिना आपका Whatsapp हैक नहीं कर सकता है।