लखनऊ। गैंगस्टर विकास दुबे और पांच अन्य की पुलिस मुठभेड़ में मौत के मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दी है। इस घटना की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने न्यायिक आयोग का गठन किया था।
आयोग की फाइनल रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि दुबे और उनके गिरोह को स्थानीय पुलिस, राजस्व और प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ था। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ हम जांच की सिफारिश करते हैं। पिछले साल तीन जुलाई को कानपुर में बिकरु गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर छतों से फायरिंग कर आठ की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद विकास दुबे फरार हो गया था, जिसे बाद में उज्जैन से पकड़ा गया। यूपी लाते समय रास्ते में उसने भागने की कोशिश की और एंकाउटर में वह मारा गया।