PM-KISAN के लाभुक का 31 जुलाई तक KCC बनाने का निर्देश

कृषि झारखंड
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  • जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन

रांची। रांची जिला कृषि कार्यालय में जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन 20 जुलाई को किया गया। मुख्य अतिथि समेति निदेशक डॉ सुभाष सिंह थे। उन्‍होंने कहा कि किसान अपने आप में वैज्ञानिक हैं। सिर्फ उन्हें समय-समय पर विभाग की ओर से समुचित जानकारी एवं तकनीकी सहायता दिये जाने की जरूरत है। उन्‍होंने बताया कि रांची जिले में मुख्य फसल धान के अतिरिक्त सब्जि‍यों की खेती भी बहुत अच्छे से कर रहे हैं। अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर रहे है।

स्वागत करते हुए रांची जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार द्वारा खरीफ कर्मशाला के महत्व एवं वित्तीय वर्ष 2021-22 में संचालित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सभी प्रखंडों में भी अगले दो से तीनों के अंदर प्रखंडस्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन करने का आदेश दिया गया। प्रखंडवार खरीफ फसलों के लक्ष्य का शत प्रतिशत आच्छादन कराने के लिए सभी प्रखंड स्तरीय प्रसार कर्मि‍यों को निर्देशित किया।

तकनीकी सत्र में दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार सिंह (सस्य) और डॉ राजेश कुमार (पौधा संरक्षण) ने भाग लिया। खरीफ फसलों की उन्नत तकनीक और इसमें लगने वाले कीट व्याधि की जानकारी एवं उनके निदान के बारे में बताया। कार्यक्रम में इफको के प्रतिनिधि चंदन कुमार द्वारा भी उर्वरक के संतुलित प्रयोग के संदर्भ में जानकारी दी गई।

खरीफ कर्मशाला में कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी के प्रतिनिधि ने भी अपने विचार रखे। कर्मशाला में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी (सा), सहायक कृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक, आत्मा, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक एवं महिला प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया।

पदाधिकारी और कर्मि‍यों को ये निर्देश दिये गये

प्रखंड स्तर से आए हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी (BAO) / प्रखंड तकनीकी प्रबंधक (BTM) को अविलंब ‘भूमि पोषण अभियान’ के तहत अविलंब ‘भूमि मित्र’ का चयन प्रत्येक राजस्व गांव से किया जाए।

NFSM योजना के तहत किये जा रहे प्रत्यक्षण कार्यक्रम के तहत आवेदन एवं टोकन कूपन का पालन करते हुए ऐसे गांव/ लाभुक का चयन किया जाए, जिन्हे तीन वर्षों से किसी तरह योजनाओं का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है।

कर्मशाला में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए की समय-समय पर खाद, बीज एवं कीटनाशी विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जाए, ताकि कृषकों को सही मूल्य पर यूरिया, बीज कृषि उपादान प्राप्त हो सके।

31 जुलाई, 2021 तक रांची जिले के सभी PM-KISAN के लाभुक को KCC से आच्छादित करने का भी निर्देश दिया गया।