खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर भारत का मान बढ़ाएंगे : अरिमर्दन सिंह

खेल झारखंड
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  • ‘टोक्यो ओलंपिक 2021 : देश का आशीर्वाद खिलाड़ियों के साथ’ विषय पर वेबिनार

रांची। टोक्यो ओलंपिक-2021 में भाग लेने वाले वाले देश के खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए पत्र सूचना कार्यालय, प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, रांची और क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो, डालटनगंज के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का विषय ‘टोक्यो ओलंपिक 2021: देश का आशीर्वाद खिलाड़ियों के साथ’ था।

वेबिनार में पीआईबी-आरओबी रांची के अपर महानिदेशक अरिमर्दन सिंह ने कहा कि हम सभी देशवासी प्रत्येक खिलाड़ी के साथ खड़े हैं, जो टोक्यो में हमारा प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा चीयर फॉर इंडिया अभियान की शुरुआत की गई है, जिससे देशभर के लोगों को जोड़ते हुए चीयर फॉर इंडिया के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। हम उनका यहां से उत्साह बढ़ाएंगे, ताकि वे अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। हमारी खेल भावना खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने में मदद करेगी। टोक्यो ओलंपिक 2021 में खिलाड़ी अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पदक जीतेंगे।

वेबिनार की शुरुआत में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव पुष्कर ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ओलंपिक में भारत के अब तक के सफर को दिखाया। ओलंपिक का थीम सांग भी प्रस्‍तुत किया। पुष्कर ने युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के खेलो इंडिया योजना की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि किस प्रकार से इस योजना के कारण देश में खेलों को बढ़ावा और खिलाड़ियों को मदद दी जा रही है। टोक्यो ओलंपिक में भारत का सबसे बड़ा खिलाड़ियों का दल शामिल होगा, इसके पीछे खेलो इंडिया योजना का महत्वपूर्ण योगदान है।

अतिथि वक्ता भारतीय ओलंपिक संघ के एसोसिएट संयुक्त सचिव और झारखंड ओलंपिक संघ के महासचिव मधुकांत पाठक ने कहा कि भारतीय एथलेटिक्स टीम के साथ टोक्यो जाना गर्व का क्षण है। शूटिंग, बॉक्सिंग, आर्चरी के साथ-साथ विभन्न स्पर्धाओं में इस बार पदकों की उम्मीद है। हम पिछले ओलंपिक से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं। खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन में भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना की महती भूमिका है।

पूर्व ओलंपियन और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष, झारखंड बॉस्केटबॉल एसोसिएशन के सचिव हरभजन सिंह ने कहा कि ओलंपिक खेलों में अब काफी बदलाव आए हैं। जब मैं ओलंपिक खेलने गया था, तब विदेशी खिलाड़ियों ने कहा था कि तुम 50 साल पीछे हो, आज ऐसी बात नहीं है। भारतीय खिलाड़ी पूरे दमखम के साथ देश को पदक दिलाएंगे। हमारे एथलीट्स ने हालिया वर्षों में काफी कुछ सीखा है। झारखंड में भी प्रतिभा की कमी नहीं है। उन्‍हें तराशने वाला चाहिए।

साई की आर्चरी कोच और एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी रीना कुमारी ने कहा कि आज के समय में पढ़ाई करके डॉक्टर, इंजीनियर बनना आसान है। ओलंपिक मेडलिस्ट आसानी से नहीं बना जा सकता है। इसके लिए कड़ी मेहनत और शारीरिक श्रम की जरूरत होती है। तीरंदाज दीपिका कुमारी से हमें और पूरे देश को पदकों की उम्मीद है। वे व्यक्तिगत और मिश्रित स्पर्द्धा में जरूर देश का नाम रोशन करेंगी। आर्चरी के क्षेत्र में झारखंड में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में झारखंड से कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी दावेदारी मजबूत करेंगे।

झारखंड के वरिष्ठ खेल पत्रकार और वुशु एसोसिएशन के उपाध्यक्ष तलवारबाजी एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष चंचल भट्टाचार्य ने कहा कि तलवारबाजी में पहली बार देश की ओर से ओलंपिक खेलने जा रहीं भवानी देवी ने दूसरी स्पर्द्धाओं के लिए भी दरवाजे खोल दिए हैं। आने वाले वर्षों में कई खिलाड़ी उन गेम्स में भी क्वालीफाई करेंगे, जिसमें अब तक भारत का सपना अधूरा है। महिला हॉकी में ओलंपिक खेल रहीं झारखंड की निक्की प्रधान और सलीमा टेटे से भी काफी उम्मीदें हैं। प्लेइंग 11 में झारखंड की संगीता भी कमाल दिखा सकती हैं।

नेहरु युवा केंद्र के जिला खेल अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि चीयर फॉर इंडिया अभियान की सफलता के लिए नेहरु युवा केंद्र के स्वयंसेवक भी जी जान से जुटे हैं। गांव-कस्बों में लोगों को खेल और खिलाड़ियों के प्रति जागरुक कर रहे हैं। कोरोना की परवाह नहीं करते हुए भी खिलाड़ी हमारा मान बढ़ाने टोक्यो गए हैं तो हम उनका सम्मान यहां से बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।

वेबिनार का समन्वय एवं संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव पुष्कर ने किया। वेबिनार के दौरान ग्रामीण कस्बों में खेल की जागरुकता से सबंधित और महिलाओं को खेलों से जोड़ने की पहल उनकी झिझक से सबंधित सवाल भी पूछे गए जिसका पूर्व ओलंपियन रीना कुमारी और हरभजन सिंह ने जवाब दिया।

वेबिनार में विशेषज्ञों के अलावा शोधार्थी, छात्र, पीआईबी, आरओबी, एफओबी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी-कर्मचारियों तथा दूसरे राज्यों के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकार एवं सदस्य, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा संपादक और पत्रकार भी शामिल हुए।