जमशेदपुर। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आईएमएफ) ईस्ट जोन के सहयोग से 26 से 28 जुलाई तक सभी जोन के स्पोर्ट्स क्लाइम्बिंग एथलीटों के नेशनल क्वालीफाइंग ट्रायल की सुविधा प्रदान कर रहा है। पहली बार जमशेदपुर में टीएसएएफ के स्पोर्ट क्लाइंबिंग ट्रेनिंग सेंटर में नेशनल ट्रायल आयोजित किया जा रहा है। चयनित एथलीट 21 अगस्त से 31 अगस्त 2021 तक रूस के वोरोनिश में होने वाली वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे।
ट्रायल सभी तीन डिसिप्लीन में महिला और पुरुष, दोनों के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। आयुवार श्रेणियां में जूनियर, यूथ ए और यूथ बी – गर्ल्स और ब्वायज शामिल हैं। शुरुआती चयन पिछले प्रदर्शन, राष्ट्रीय रैंक और वीडियो ट्रायल के आधार पर किया गया था। पूरे देश से कुल 24 एथलीट ट्रायल में हिस्सा ले रहे हैं। ये सभी टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये ट्रायल दर्शकों के बिना और कोविड प्रोटोकॉल समेत सभी सुरक्षा मानदंडों के साथ आयोजित किए जा रहे हैं।
चयनित एथलीट टीएसएएफ के ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण जारी रखेंगे और प्रतियोगिता के लिए जमशेदपुर से ही प्रस्थान करेंगे। टीएसएएफ ने भारत में स्पोर्ट क्लाइंबिंग को बढ़ावा देने, भारतीय एथलीटों को अनुभव प्रदान करने और ओलंपिक 2024 के लिए तैयार करने में मदद करने के लिए यह पहल की है। चाणक्य चौधरी, वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील ने सभी प्रतिभागी एथलीटों को शुभकामनाएं दी और होनहार एथलीटों को एक्सपोजर व अवसर प्रदान करने के लिए टीएसएएफ की पहल का समर्थन किया है। उन्होंने भारत में स्पोर्ट क्लाइंबिंग को बढ़ावा देने के लिए टीएसएएफ के प्रयासों की भी सराहना की।
आईएमएफ ईस्ट जोन के चेयरमैन देबराज दत्ता, को-चेयरमैन हेमंत गुप्ता और कोच बिभास रॉय के साथ आईएमएफ और टीएसएएफ के अधिकारी और वॉलंटियर ट्रायल का प्रबंधन कर रहे हैं।
टीएसएएफ ने जमशेदपुर में स्पोर्ट क्लाइंबिंग के बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण केंद्र को विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये का भारी निवेश किया है। टीएसएएफ ने खेल की पहुंच और जागरुकता बढ़ाने के लिए जमशेदपुर के आसपास के ग्रामीण स्कूलों में पांच मॉड्यूलर क्लाइंबिंग वॉल स्थापित किए हैं।
टीएसएएफ ने 2015 में स्पोर्ट क्लाइंबिंग विकसित करना शुरू किया और पिछले कुछ वर्षों में इस दिशा में बड़ी छलांग लगाई है। इन प्रयासों की सार्थकता परिणामों के माध्यम से प्रतिबिंबित हो रहे हैं। इसने 2019 में पूर्वी क्षेत्र को राष्ट्रीय ट्रॉफी जीतने में मदद की और 25 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि टीएसएएफ के कैडेटों ने जीत के 91 प्रतिशत अंक हासिल किए।
टीएसएएफ ट्रेनिंग सेंटर के कैडेट भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीटों में से हैं। अनीशा वर्मा महिला वर्ग में स्पीड क्लाइम्बिंग में वर्तमान राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं। अमन वर्मा कुछ साल पहले वर्ल्ड यूथ चैंपयनशिप के सेमीफाइनल स्टेज में पहुंचने वाले भारत के पहले पर्वतारोही हैं। टीएसएएफ के कैडेटों ने राष्ट्रीय स्तर पर 20 पदक जीते हैं, जबकि क्षेत्रीय व राज्य स्तर पर 50 से अधिक पदक जीते हैं।