पशुपालन के क्षेत्र में व्यावसायिक बनें, अपनी आय बढ़ायें : दिलीप कुमार टोप्पो

कृषि झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। जिले में रहने वाले लोगों का रहन-सहन कृषि और पशुपालन कार्यों से जुड़ा है। हमारे पूर्वजों ने वनों में अपना जीवन बिताया है। कृषि और पशुपालन किया है। वर्तमान परिपेक्ष्य में इसे वावसायिक रूप में किये जाने की जरूरत है। व्ावसायिक कृषि और पशुपालन अपनाने पर आय बढ़ेगी। सिर्फ धान-गेहूं की खेती से आय नहीं होगी। इसके साथ-साथ बकरी पालन, सूकर पालन, कुक्कुट पालन, बत्तख पालन, गव्य पालन आदि को भी करना होगा। आप पशुपालन को व्यवसायिक रूप में करें। दूसरों को भी प्रेरित करें। उक्त बातें उपायुक्‍त उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कही। वे 14 जुलाई को नगर भवन में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत परिसंपत्तियों के वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

परिसंपत्तियों को सहेजें, जतन से पालें

उपायुक्त ने कहा कि आज जिन लोगों को बत्तख व बकरियां दी गई हैं, उन्हें वे जतन से पालें। यही पशुधन आने वाले माह/वर्ष में आपको अच्छी आमदनी देंगे। घर में होने वाले आवश्यक कार्यो में आने वाले खर्च का वहन करेंगे। बेटे-बेटियों की पढ़ाई में काम आयेंगे। अगर पशु बीमार पड़ें तो संबंधित प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी या भ्रमणशील पशुपालन पदाधिकारी से संपर्क करें।

सभी को सरकारी नौकरी संभव नहीं

उपायुक्त ने कहा कि जनसंख्या और रिक्ति‍यों के अनुपात को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है। इसलिए सभी को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है। कृषि व पशुपालन ऐसा क्षेत्र है जिसमें आत्मनिर्भर बना जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा कई योजनाओं का लाभ लोगों को अनुदानित सब्सिडी पर दिया जा रहा है। इन योजनाओं से जुड़ कर लोग आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

मिलने वाली राशि से स्वस्थ पशु क्रय करें

उप विकास आयुक्त ने कार्यक्रम में कहा कि वैसे लाभुक जिनके बैंक खाते में पशुधन योजना की राशि हस्तांतरित की गई है, वे उस राशि से स्वस्थ पशु का ही क्रय करें। क्रय किये गये पशु की बेहतर देखभाल से इसकी संख्या में बढ़ोतरी होगी, जिससे आपकी आय में भी वृद्धि होगी। पशुओं की भी टैगिंग भी करायें। उनका टीकाकरण करायें। सरकार द्वारा कृषकों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं, जिनमें मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना भी एक है।

अनुदान पर परिसंपत्तियों का वितरण

पूरे जिले में आज मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत 90 प्रतिशत अनुदानित सब्सिडी पर 88 यूनिट बत्तख चूजा और 11 यूनिट बकरा-बकरी का वितरण किया गया। नगर भवन में आज सांकेतिक रूप से चार लाभुकों को बकरा विकास योजना का लाभ दिया गया। वहीं बत्तख पालन के लिए 17 लाभुकों के बीच बत्तख चूजा का वितरण गया गया।

मिनी ट्रैक्टर व पावर टीलर का वितरण

कार्यक्रम में भूमि संरक्षण के कृषि यांत्रिकीकरण प्रोत्साहन योजनांतर्गत 80 प्रतिशत अनुदान पर सेन्हा के बदला पंचायत के गुलाब महिला मंडल और किस्को प्रखंड के निरहु पंचायत की सुहानी महिला मंडल को मिनी ट्रैक्टर व पावर टीलर प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में ये भी थे मौजूद

कार्यक्रम में जिला पशुपालन पदाधिकारी वीरा नैंसी खलखो, जिला कल्याण पदाधिकारी नारायण राम, कार्यपालक दंडाधिकारी अमित बेसरा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी त्रिदेव मंडल, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, भ्रमणशील पशुपालन पदाधिकारी डॉ हरेंद्रपाल भगत, किस्को के प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ विष्णुशरण, खरचा पंचायत की भ्रमणशील पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रज्ञा प्रिया लकड़ा समेत अन्य उपस्थित थे।