योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह। कोरोना वैश्विक महामारी है। लॉकडॉउन की सबसे ज्यादा मार दिहाड़ी मजदूर, फुटपाथ पर दुकान चलाने वाले एवं छोटे कारोबारियों पर पड़ा है। सैलून और मंदिर बंद हैं। इससे नाई और सैलून संचालक के साथ साथ पंडित एवं पुजारियों के समक्ष आजीविका की समस्या खड़ी हो गयी है। सरकार को ऐसे लोगों को तत्काल एक निश्चित रकम भरपाई के लिए देना चाहिए। उक्त बातें गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा ने शनिवार को रेम्बा में प्रेस से कही।
प्रो वर्मा ने कहा कि मुफ्त चावल सिर्फ जरूरतमंद, भूमिहीनों और वास्तविक गरीबों को मिलना चाहिए। चावल की सब्सिडी कम करके दवा पर सब्सिडी बढ़ानी चाहिए। सरकार को अब तेज गति से काम करना होगा। कोरोना काल में लोग खौफ में हैं। असहाय महसूस कर रहे हैं। ऐसे समय मे नेता और जन प्रतिनिधियों को घरों से निकलकर गरीबों को हौसला देना चाहिए।
पूर्व विधायक ने कहा कि कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के जिस गांव में लोगों ने उन्हें बुलाया, वहां जाकर लोगों से बात की। कोरोना से बचने के उपायों को बताते हुए उनके मन से अनावश्यक खौफ को बाहर निकाला। उनके साथ विवेकानंद, पवन बिहारी, संत शरण, उदय द्विवेदी, बजरंगलाल राणा, संजय गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।