रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को परिसर में पर्यावरण की सुरक्षा एवं जैव विविधता संरक्षण के लिए वृहद् पौधरोपण कार्यक्रम चलाया गया। कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के निर्देश पर विवि परिसर में पर्यावरण संतुलन में निरंतरता बनाये रखने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन वानिकी संकाय एवं पशु चिकित्सा संकाय के परिसर किया गया।
वानिकी संकाय परिसर में डीन डॉ एमएच सिद्दीकी के नेतृत्व में शिक्षकों में डॉ एमएस मल्लिक, डॉ कौशल कुमार, डॉ एके चक्रवर्ती, डॉ आरबी साह, डॉ जय कुमार, डॉ बसंत उराँव, डॉ पीआर उरांव एवं डॉ ज्योतिष केरकेट्टा सहित संकाय के कर्मचारियों एवं पीजी छात्रों ने गुलमोहर, सिमरूबा, सजावटी कचनार, मालसिरी, कुसुम, कैसिया जपोनिका फालसा,जामुन, पोपुलर, अमलतास, सेमल, जकारंडा एवं बबूल प्रजातियों के करीब 100 पौधे लगाये।
मौके पर डीन वानिकी डॉ एमएच सिद्दीकी ने कहा कि पेड़-पौधों का पर्यावरण संतुलन में अत्यधिक महत्व है। पर्यावरण सुरक्षा से शुद्ध एवं स्वस्थ्य वातावरण के साथ रोजगार साधन का भी अवसर मिल सकेगा।
पशु चिकित्सा संकाय परिसर में डीन डॉ सुशील प्रसाद के नेतृत्व में शिक्षकों में, डॉ एमएस मल्लिक, डॉ अंगदी रब्बानी, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ रविन्द्र कुमार एवं डॉ निशांत पटेल सहित संकाय के कर्मचारियों एवं पीजी छात्रों ने गुलमोहर, सिमरूबा, सजावटी कचनार, मालसिरी, कुसुम, कैसिया जपोनिका फालसा,जामुन, पोपुलर, अमलतास, सेमल, जकारंडा एवं बबूल प्रजातियों के करीब 250 पौधे लगाये।
डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने कहा कि इस वृक्षारोपण कार्यक्रम से परिसर में मौजूद पशुओं को भी शुद्ध हवा का लाभ मिलेगा। संकाय परिसर में हरियाली बहाल करने को बढ़ावा मिलेगा। यह कार्यक्रम आईसीएआर की नाहेप-कास्ट परियोजना के अधीन पौधरोपण कार्यक्रम में निरंतरता के उद्देश्य से चलाया गया।