ऑनलाइन से जुड़े हैं मात्र 33 फीसदी विद्यार्थी, अब एसएमसी बढ़ायेगी संख्‍या

झारखंड शिक्षा
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रांची। कोरोना को लेकर झारखंड के शिक्षण संस्‍थान बंद हैं। सरकारी विद्यालय के विद्यार्थियों को डिजिटल माध्‍यम से पढ़ाया जा रहा है। हालांकि ऑनलाइन माध्‍यम से महज 33 प्रतिशत विद्यार्थी ही जुड़े हैं। इससे शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ गई है। अब झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद विद्यार्थियों की संख्‍या बढ़ाने में जुट गया है। इसके लिए विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) का सहारा लेने की योजना है। इसके लिए परिषद ने समिति के सदस्‍यों से सीधा संवाद करने की योजना बनाई है। इस बाबत राज्‍य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने 11 जून को सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखा है।

निदेशक ने लिखा है कि वैश्विक महामारी के दौर में बच्चों की विद्यालयीय शिक्षा के निर्बाध संचालन के लिए डिजिटल एवं ऑफलाईन माध्यम से विभाग द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। फिर भी राज्य में लगभग 30 से 33 प्रतिशत बच्चों को ही ऑनलाईन डिजिटल माध्यम से जोड़ा जा सका है। स्पष्ट है कि ऑफलाईन माध्यम से बच्चों को पठन-पाठन में जोड़ना अतिआवश्यक हो गया है। वर्तमान समय में विद्यालय प्रबंधन समिति समुदाय एवं माता-पिता को जागरूक कर उनकी सहायता से शिक्षण कार्य पूर्ण कराने का प्रयास किया जा सकता है।

राज्य में विद्यालय प्रबंधन समिति, समुदाय एवं माता-पिता कोविड-19 के दौर में शिक्षण कार्य के लिए अनेक सफल नवाचारी प्रयोग किये गये हैं। उनको प्रोत्साहित करने और विद्यालय प्रबंधन समिति को जिम्मेवारी देने एवं सहयोग के लिए जागरूक करने के लिए राज्य स्तर से Webinar के माध्यम से सीधा संवाद ‘NIRANTAR’ का आयोजन किया जा रहा है।

निदेशक ने कहा है कि प्रस्ताव के अनुसार कार्यक्रम की तैयारी किया जाना सुनिश्चित किया जाए। निर्धारित तिथि को ससमय Webinar में सभी विद्यालय प्रबंधन समिति को जोड़ते हुए निर्धारित कार्यक्रम पूर्ण कराया जाए।

वार्ता के मुख्य बिन्दु

विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ जुड़ाव एवं भावनात्मक सहयोग।

COVID प्रोटोकॉल व्यवहार एवं अभ्यास।

पाठ्य पुस्तक एवं कार्यपुस्तिका के वितरण में सहयोग एवं अनुश्रवण 4 मध्याह्न भोजन के वितरण में सहयोग एवं अनुश्रवण।

शैक्षिक सहयोग

बच्चों को डिजिटल सामग्री प्रदान करना।

ऑफलाईन शिक्षण के लिए स्वयंसेवकों की पहचान करना एवं पठन-पाठन की प्रक्रिया प्रारंभ कराना।

प्रत्येक बच्चे तक ऑनलाईन या ऑफलाईन शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना।

कार्यपुस्तिका में बच्चों का अभ्यास शुरू कराना।

बच्चों के स्वअध्ययन के लिए माता-पिता द्वारा निश्चित समय निर्धारित करना एवं स्वअध्ययन के लिए प्रेरित करना।

ये है अन्‍य निर्देश

कार्यक्रम Youtube के माध्यम से ऑनलाईन आयोजित किये जाएंगे, जिसमें सभी विद्यालय प्रबंधन समिति को जोड़ना आवश्यक है। -NIRANTAR’ कार्यक्रम प्रतिदिन मध्याह्न 12 बजे से आयोजित किये जाएंगे।

समिति के सभी सदस्यों को पूर्व से ही निर्धारित तिथि एवं समय के संबंध में सूचित करना एवं ससमय लिंक में जोड़ना। समिति के सदस्य अपनी जानकारी, सुझाव एवं प्रश्न आदि Chat या mseeage के माध्यम से भेज पाएंगे।

कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक जिला द्वारा COVID काल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालय प्रबंध समिति का एक प्रस्तुतिकरण जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा।

प्रत्येक जिला के कम से कम एक विद्यालय प्रबंधन समिति के एक सदस्य एवं एक मुखिया द्वारा अपना अनुभव साझा किया जाएगा।

प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवा एवं संकुल साधनसेवी द्वारा सभी विद्यालय प्रबंध समिति को प्रस्तावित Webinar में जोड़ा जाएगा।

शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले गैर-सरकारी संगठन द्वारा अपने कार्यस्थल के विद्यालय प्रबंधन समिति को प्रस्तावित Webinar में जोड़ा जाएगा।

प्रमंडलवार Webinar के आयोजन का प्रस्ताव

तारीख           प्रमंडल                    विद्यालय प्रबंध समिति की संख्‍या

14 जून          कोल्हान                  5082

15 जून          दक्षिणी छोटानागपुर  5460

16 जून          पलामू                     5055

17 जून          संथाल परगना          9058

18 जून          उत्तरी छोटानागपुर    10786