झारखंड में समय पर मानसून के दस्‍तक देने की संभावना

कृषि झारखंड मौसम
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रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग ने 18 मई को मौसम खेती परामर्श बुलेटिन जारी की। विभाग के अध्यक्ष एवं ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ ए वदूद ने अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानूमान में आकाश में हल्के बादल रहने और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने की बात कहीं है। उन्‍होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मानसून पूर्व अच्छी वर्षा हुई है। भारत मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में इस वर्ष समय पर मानसून आने की संभावना है।

बुलेटिन में किसानों को खरीफ फसलों की सफल खेती की तैयारी शुरू करने को कहा गया है। किसानों को खेतों की जुताई खेतों के ढाल के विपरीत दिशा में करने और खेतों के मेढ़ को दुरूस्त करने की सलाह दी गई है। मानसून के पानी के संचयन के लिए खेत के निचले भाग में छोटे-छोटे गड्डे (डोभा) का निर्माण, खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए हरी खाद वाली फसलों की बुआई करने और पहले से लगाई गयी विभिन्न सब्जियों/फसलों में नमी को ज्यादा दिनों तक संरक्षित रखने के लिए खेतों की निकाई-गुड़ाई जरूर करने तथा साफ मौसम में खड़ी फसल में यूरिया का भुरकाव करने की सलाह दी गयी है।

किसानों को फल या लकड़ी के पौधों को लगाने के लिए गड्डे की खुदाई करने को कहा गया है। बंजर भूमि को उपयोगी बनाने के लिए फल वृक्ष या दरख्त वाले पेड़ को लगाने को कहा गया है। किसानों को पपीता की व्यावसायिक खेती की शुरुआत करने के लिए पॉलिथीन के थेले में मिट्टी और सड़े गोबर की खाद मिलाकर भर देने और बीज डालने के बाद जरूरत के अनुसार सिंचाई करते रहने की सलाह दी गयी है।