छह मई से काला बिल्ला लगा विरोध करेंगे स्वास्थ्य संविदाकर्मी, 12 से होंगे आइसोलेट, जानिए वजह

बिहार
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कैमूर। कैमूर जिले में भी कोरोना चरम सीमा पर है। इसकी चपेट में आकर एक संविदाकर्मी की जान चली गई। इसके विरोध में स्वास्थ्य संविदा कर्मी छह मई से काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। वहीं 12 मई से होम आइसोलेट होने की चेतावनी दी है। दरअसल संविदा कर्मियों की सरकार से आठ सूत्री मांगें हैं। उनका कहना है कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं की तो छह मई से काला बिल्ला लगाकर जिले में काम करेंगे और 12 मई से होम आइसोलेट हो जाएंगे।

स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ की जिलाध्यक्ष रूपक सिंह ने बताया हम लोगों ने पहले ही सरकार को अपनी मांगों को लेकर सूचना दी थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस कोरोना काल में सेवा के दौरान कुदरा अस्पताल में स्वास्थ्य संविदा कर्मी बीरबल की मौत हो गई। उनके परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं। सरकार दोहरी नीति अपनाती है।

नियमित कर्मियों के बारे में कहती है कि किसी की कोविड -19 के दौरान मौत होती है, तो एक आश्रित को नौकरी दिया जाएगा। हम सभी संविदा कर्मी दिन रात इस कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा दे रहे हैं, लेकिन सरकार हम लोग की बात पर ध्यान बिल्कुल नहीं दे रही है। अगर हम लोगों की मौत हो जाती है, तो सरकारी लाभ नहीं मिलने वाला है।