विवेक चौबे
गढ़वा। जिले के कांडी प्रखंड अंतर्गत लमारी कला पंचायत की मुखिया गीता देवी नहर पककीकरण निर्माण कार्य का निरीक्षण करने सोमवार को पहुंची। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य में अनियमितता पाई। इसके बाद काम बंद करा दिया। हरियाणा की प्रेम इंजीनियरिंग कंपनी नहर पक्कीकरण का काम कर रही है। यह आदर से किरिया गांव तक 13 किलोमीटर लंबा है। मुखिया ने रोष जताते हुए कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप को फटकार लगाई।
जानकारी के अनुसार बरडीहा प्रखंड के आदर से लेकर कांडी प्रखंड के क्रिया तक 13 किलोमीटर नहर निर्माण पक्कीकरण का कार्य चल रहा है। मुखिया ने बताया कि बिना कोई सूचना के जबरन सननी, पतहरिया, सबुआं के दर्जनों निर्धन किसानों की रैयती जमीन में मिट्टी मोरम भरा जा रहा है। केवल पश्चिम में कृषकों की जमीन में मोरम भरा जा रहा है। सरकार द्वारा नहर निर्माण कराकर विकास का कार्य किया जा रहा है, किन्तु यहां के किसानों का विनाश हो रहा है।
मुखिया ने कहा कि यह नहर किसानों की जमीन सींचने के लिए बनाया जा रहा है। निजी जमीन में मोरम भर दिये जाने से किसान सिंचाई क्या करेंगे। किसान सियाराम पाण्डेय, राम चन्द्र पाण्डेय, ओंकार पाण्डेय, प्रदुमन पाण्डेय, राम खेलावन यादव, नरेश पासवान सहित अन्य ने नहर का निर्माण कार्य कर रही कंपनी पर अनियमितता का आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यहां लगे बबूल, महुआ, चिलबिल, करम सहित सैकड़ों हरे पेड़ों को काट दिये गये हैं।
वन विभाग की जमीन में उत्खनन कर बड़े टीले को काटकर मोरम लाया जा रहा है। इस बारे में बरडीहा बीट के वनपाल अनिल गिरी ने बताया कि कंपनी द्वारा सुरक्षित वन क्षेत्र से अवैध रूप से मोरम कोड़ने की विभाग को जानकारी नहीं है।
मुखिया ने कहा कि नहर निर्माण कार्य से गरीब खेतिहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। नहर निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता को लेकर संबंधित पदाधिकारियों से जांच की मांग की। मुखिया प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह ने विभाग के एसडीओ रामाशंकर को फोन से गड़बड़ी की जानकारी दी। जांच की मांग की।