रजनीकांत को मिला दादा साहब फाल्के अवार्ड, जानें फिल्मी सफर

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नई दिल्ली। अभिनेता रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड मिलेगा। पुरस्कार वितरण 3 मई को होगा। यह घोषणा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की। अवॉर्ड के लिए अभिनेता रजनीकांत के नाम की घोषणा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। रजनीकांत की उम्र 71 साल है।

अवार्ड की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा, ‘सिनेमा में शानदार योगदान के लिए अभी तक ये अवार्ड 50 बार अलग-अलग हस्तियों को दिया जा चुका है। अब 51वां अवार्ड सुपरस्टार रजनीकांत को दिया जाएगा। इस अवार्ड के लिए रजनीकांत के चयन से देश को खुशी मिलेगी।’

असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़

रजनीकांत का जन्म बेंगलुरू के मराठी परिवार में 12 दिसंबर 1950 को हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में भी काफी नाम कमाया। साउथ में तो रजनीकांत को थलाइवा और भगवान कहा जाता है। रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

विलेन की भूमिका निभाई

रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की। उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी। इस फिल्म में उनके साथ कमल हसन और श्रीविद्या भी थीं। 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हसन के साथ विलेन की भूमिका ही की। लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म 1978 में ‘भैरवी’ आई। ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए।

अलग स्टाइल के लिए चर्चित

साउथ में शोहरत की बुलंदियां छूने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड का रुख किया। फिल्म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू किया। बॉलीवुड में भी दमदार एक्टिंग और सिग्नेचर स्टाइल से उन्होंने लोगों को अपना दीवाना बना लिया। उनका सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का यूनिक स्टाइल हो या चश्मा पहनने और हंसने का अंदाज सभी को काफी पसंद किया गया। देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कॉपी की गई।