हजारीबाग। शिक्षा जगत के एक अनमोल सितारेका अस्त हो गया। रविवार की अपराह्न करीब 4.40 बजे हजारीबाग पीटीसी-कनहरी मार्ग स्थित अपने आवास पर प्रख्यात साहित्यविद् जयगोविंद मिश्र (81 वर्ष) ने अंतिम सांस ली। उनके इकलौते पुत्र प्रो. नीरज कुमार मिश्र ने बताया कि वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। वे बिहार के समस्तीपुर स्थित चकबेदोलिया के मूल निवासी थे।
हिन्दी के शिक्षक जयगोविंद मिश्र 90 के दशक में जिला स्कूल हजारीबाग के लंबे समय तक प्राचार्य रहे। जिला स्कूल में उन्होंने वर्ष 1968 में योगदान दिया था। वे राजकीय बीएड कॉलेज के भी प्राचार्य रह चुके थे। साहित्य जगत के वे उद्भट विद्वान थे। उनके कई शिष्य देश-विदेश में उच्चस्थ पद पर कार्यरत हैं। बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव, पूर्व विधायक गौतम सागर राणा, पूर्व आईजी दीपक वर्मा आदि उनके शिष्यों में शुमार रहे हैं।
हंसमुख और मृदुभाषी स्वभाव के जयगोविंद मिश्र का भरा-पूरा परिवार है। परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटियां, इकलौता पुत्र, पुत्रवधू, पोता-पोती आदि हैं। उनके निधन पर सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, शिक्षा, खेल जगत समेत विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका अंतिम संस्कार हजारीबाग स्थित कोनार नदी श्मशान में किया गया। मुखाग्नि उनके पुत्र नीरज कुमार मिश्र ने दी।