रांची। कोरोना संक्रमण के दौर में झारखंड में विकट हालात हैं। इसी हालात की शिकार होकर झारखंड आंदोलनकारी मालती किचिंगिया ने दम तोड़ दिया। वह आजसू की पूर्व महिला केंद्रीय अध्यक्ष भी थीं। तबीयत बिगड़ने पर उनके पति अनिल कुमार महतो हिंदवार उन्हें लेकर अस्पताल-दर-अस्पताल भटकते रहे, लेकिन उन्हें एक बेड तक नसीब नहीं हुआ। इलाज के अभाव में उन्होंने दम तोड़ दिया।
अनिल कुमार महतो ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर यह पीड़ा साझा की है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि झारखंड का दुर्भाग्य देखिए आज एक झारखंड आंदोलनकारी और मेरी पत्नी मालती किचिंगिया आज मुझे छोड़कर परमात्मा के पास चली गईं।इसी की बदौलत आजतक कहीं भी लड़ने में नहीं डरे, आज झारखंड सरकार एक बेड कोई अस्पताल में नहीं दे पायी और मेरी बांहों में जीवन तयाग दी। आज मैं ऐसी जीवन संगिनी को शत शत नमन करता हूं। शायद ये दिन जीवन में मैं कभी भूल नहीं सकता और झारखंड सरकार को भी माफ नहीं कर सकता।