अमेरिका। व्हाट्सएप ने नई पॉलिसी स्वीकार करने के लिए समय सीमा तय कर दी है। इससे संबंधित नोटिफिकेशन में कहा गया है कि व्हाट्सएप यूज को जारी रखने के लिए टर्म और प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार कर लें।
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को लेकर पिछले कुछ समय से चर्चा चल रही है। कंपनी ने इसे स्वीकार करने का तारीख बढ़ा दी थी। एक बार फिर से इस पॉलिसी को स्वीकार करने के लिए 15 मई तक का टाइम दिया गया है।
पिछली बार व्हाट्सएप की पॉलिसी पर विवाद होने पर इसे स्वीकार करने की डेट 8 मार्च से बढ़ा कर 15 मई तक कर दिया गया था। नोटिफिकेशन में कंपनी ने कहा है कि व्हाट्सएप यूज को जारी रखने के लिए टर्म और प्राइवेसी पॉलिसी को 15 मई तक स्वीकार कर लें।
नई पॉलिसी को लेकर यूजर्स में एक संदेश गया कि व्हाट्सएप उनके प्राइवेट चैट को फेसबुक के साथ शेयर करेगा। इसके बाद यूजर्स का गुस्सा व्हाट्सएप फूट पड़ा था। वे व्हाट्सएप छोड़ दूसरे प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट होने लगे थे। कंपनी को इस पॉलिसी को लेकर कई बार सफाई देनी पड़ी थी। अब कंपनी फिर से अपनी नई पॉलिसी को ऐक्सेप्ट करने के लिए यूजर्स को नॉटिफिकेशन दे रहा है।
व्हाट्सएप ने सफाई दी है कि नई पॉलिसी व्हाट्सएप बिजनेस पर लागू होती है। इससे बिजनेस अकाउंट से चैट करने वाले यूजर्स के डेटा को यूज किया जाएगा। ऐसा करके वह बेहतर तरीके मॉनिटाइज और सर्विस दे सकेंगे। व्हाट्सएप एंड टू एंड एन्क्रिप्शन की वजह से पर्सनल चैट को नहीं पढ़ पाएगा। यूजर्स देख पाएंगें कि वो पर्सनल अकाउंट से चैट कर पा रहे है या बिजनेस अकाउंट से। इसके लिए चैट को लेबल किया जाएगा। भारत में सुप्रीम कोर्ट ने भी कंपनी से इस मुद्दे पर जवाब मांगा है।
कंपनी की नई पॉलिसी नहीं ऐक्सेप्ट करने पर यूजर्स व्हाट्सएप पर किसी को मैसेज सेंड नहीं कर पाएंगें। कुछ दिनों के बाद उनके अकाउंट को भी बंद कर दिया जाएगा। जिससे उनके पुराने चैट डिलीट हो जाएंगें। लगभग तीन महीने अकाउंट इनैक्टिव रहने पर कंपनी अकाउंट बंद कर देती है। अगर आप वॉट्सऐप में मैसेज सेंड नहीं कर पाएंगे तो 15 मई से 3 महीने के बाद अकाउंट कंपनी डिलीट कर देगी।