
मुज़फ़्फ़रपुर। जिले के कांटी प्रखंड के करीब एक दर्जन गांव में 15 दिनों के अंदर 100 से ज्यादा लोगों को बंदर ने काट कर घायल कर दिया है। लोग इतना खौफ में है कि घरों से बाहर लाठी डंडे के सहारे पहरा देते रहते हैं लेकिन अब तक प्रशासनिक अमला द्वारा या फिर वन विभाग की टीम द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। लोगों का कहना है कि सड़क पर चलते या दरवाजे पर बैठे रहने में अजीबोगरीब भय लगा रहता है कि पता नहीं कब आकर किसे काट ले।
किसुनगर,ढेमहा और फुलकहा गाँव मे दस दिनों के अंदर ही करीब ढाई दर्जन लोग बंदरों के शिकार हुए है। जिसमे से कई बच्चे और महिलाओं का इलाज़ सरकारी पीएचसी और निजी अस्पताल में भी जारी है । मामले में पूछे जाने पर शनिवार को कांटी (पीएचसी) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत जितेंद्र कुमार ने बताया कि बीते करीब डेढ़ माह से प्रतिदिन औसतन 8 से 10 केस आता है जिसे इंजेक्शन दे दी जाती है लोग आसपास के काफी त्रस्त हैं प्रतिदिन इस तरह की घटनाएं होती है ।