
नई दिल्ली। देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपने ग्राहकों को देश भर के किसी भी ब्रांच में पॉलिसी की मैच्योरिटी डॉक्यूमेंट जमा कराने की सुविधा दी है। हालांकि मैच्योरिटी क्लेम की प्रोसेसिंग पॉलिसी होल्डर के होम ब्रांच में ही की जाएगी। दरअसल कोरोना की वजह से लागू प्रतिबंधों के कारण पिछले एक साल से लोगों को कहीं भी आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में वे पॉलिसी होल्डर्स जो होम ब्रांच से दूर किसी दूसरे शहर में रह रहे हैं और जिनकी पॉलिसी मैच्योर हो रही है, उनके लिए मैच्योरिटी क्लेम करना काफी कठिन हो गया था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एलआईसी ने 31 मार्च तक के लिए देश के किसी भी ब्रांच में मैच्योरिटी डॉक्यूमेंट जमा करने की सुविधा ट्रायल बेसिस पर दी है। भविष्य में इस सुविधा को काम काज की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लागू भी रखा जा सकता है।
एलआईसी की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक इसके 114 डिविजनल ऑफिसों, 2048 ब्रांच, 1526 सेटेलाइट ऑफिसों और 74 कस्टमर जोन को ऐसे पॉलिसी धारकों से उनके मैच्योरिटी क्लेम डॉक्यूमेंट लेने की इजाजत दी गई है, जिनके मैच्योरिटी पेमेंट ड्यू हो गए हैं, भले ही उनका होम ब्रांच देश भर में कभी भी क्यो न हो। एलआईसी के इस ऐलान के बाद उन पॉलिसीधारकों को बड़ी राहत मिलेगी, जिनकी पॉलिसी मैच्योर हो चुकी है। एलआईसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वास्तविक क्लेम की भुगतान की प्रक्रिया सिर्फ पॉलिसी की सर्विसिंग शाखा की सम्पन्न करेगी। डॉक्यूमेंट को एलआईसी के पैन इंडिया नेटवर्क के जरिए डिजिटली ट्रांसफर किया जाएगा। एलआईसी के सभी ऑफिसों में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस काम को पूरा करने के लिए अधिकृत हैं। पॉलिसी होल्डर अपने किसी भी नजदीकी एलआईसी ऑफिस में जाकर अधिकृत अधिकारी से मिल कर अपने पॉलिसी के संबंध में सहायता हासिल कर सकता है। ये सुविधा तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक ट्रायल बेसिस पर उपलब्ध होगी।