झारखंड को कृषि क्षेत्र में उद्योगपतियों की जरूरत है : मंत्री

कृषि झारखंड
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रांची। झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्‍य बने 20 साल  हो गए हैं, पर पहली बार कृषि को आगे ले जाने और किसानों की स्थिति बेहतर करने के लिए काम किए जा रहे हैं। इस कार्य को हम अकेले नहीं कर सकते हैं, आप जैसे उद्योगपतियों की जरूरत इस राज्य को है। आप कृषि के क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट करें। आपकी ओर आशा भरी निगाहों से पूरे राज्य के किसान देख रहे है। आप उनकी आशा और उम्मीदों पर खरा उतरे मैं आपसे यही अपेक्षा करता हूं। वे 22 मार्च को झारखंड में कृषि क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा निवेश को लेकर रांची में आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। इसका आयोजन कृषि निदेशालय ने झारखंड चैंबर के सहयोग से किया था।

मंत्री ने कहा कि किसानों को आपकी जरूरत है। किसान के साथ समन्वय स्थापित करे। खेती के क्षेत्र में उद्योग को स्थापित कर बेहतर कार्य करेंगे तो राज्य के किसानों के चेहरे पर खुशियां दिखेंगी। किसान आज भी प्रकृति पर निर्भर हैं, लेकिन उनके चेहरे पर हम खुशी ला सकते हैं। यदि आप हमारा सहयोग करें। राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि वह बेहतर काम कर किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ दे। आप निवेश करें हम आपको सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीख पी ने कहा कि‍ पुराने जमाने में यदि खेती की बात शहरी क्षेत्र के लोगों से की जाती तो वह इसे मजाक समझते थे। लगातार कृषि क्षेत्र में बदलाव हो रहा है। कृषि आज उद्योग का रूप ले चुका है। यहां काफी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार कदम से कदम मिलाकर आप सभी के साथ चलने को तैयार है। अर्बन फार्मिंग भी बजट में रखा गया है। अब सभी वर्ग के लोग खेती में इंटरेस्ट ले रहे हैं। हॉर्टिकल्चर, फ्लोरीकल्चर, जैविक खेती में भी काफी संभावना हैं। रांची में कई लोग हैं, जो इस क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे हैं। यदि आप सभी को सरकार से लाभ लेने में कोई परेशानी होती है तो अभिलंब विभाग के किसी भी पदाधिकारी से आकर शिकायत  कर सकते हैं।

कृषि निदेशक निशा उरांव ने कहा कि कैपिटल इन्वेस्टमेंट हमारे लिए ईंधन का उपयोग करेगा। आपके अलग-अलग निवेश से रोजगार का सृजन होगा। अर्थव्यवस्था के आप पहिया हैं। आज के इस कार्यशाला से एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। कृषि से ही हम कोरोना काल में भी लड़ने में सफल हुए। कृषि के क्षेत्र में आप निवेश करें, निश्चित रूप से ज्यादा से ज्यादा लाभ आपको दिखेगा। पीपीपी मोड में उद्योग लगाने का कार्य आप करें।

कार्यशाला में आए हुए विभिन्न किसान और उद्योगपतियों ने भी अपनी बातों को सरकार से साझा किया। मौके पर नाबार्ड के अधिकारी, बैंकर्स कमेटी के प्रतिनिधि‍, झारखंड चैंबर के अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा, विभाग के पदाधिकारी संतोष कुमार और जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार भी मौजूद थे।