इंडो-कोरियाई द्विपक्षीय मैत्री पार्क का उद्घाटन

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नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया के रक्षामंत्री सुह वुक तीन दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली पहुंच गए हैं। शुक्रवार सुबह उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली कैंट में इंडो-कोरियाई द्विपक्षीय मैत्री पार्क का उद्घाटन किया। दक्षिण कोरिया के रक्षामंत्री सुह वुक अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से आज दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग व आपसी हित के अन्य क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

कोरियाई रक्षा मंत्री सुह वुक ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्री ने दिल्ली कैंट स्थित इंडो-कोरियाई द्विपक्षीय मैत्री पार्क का उद्घाटन किया। यह मैत्री पार्क 1950-53 में कोरियाई युद्ध के दौरान भारतीय शांति सैनिकों के दिए गए योगदान को याद रखने के लिए बनाया गया है। इसे 2019 के समझौते के आधार पर स्थापित किया गया है। यह पार्क दोनों राष्ट्रों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती को मूर्त रूप देगा जो 1950-53 के कोरियाई युद्ध में भारतीय सैनिकों के बलिदान और प्रतिबद्धता के साथ शुरू हुआ था। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्री आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से द्विपक्षीय सैनिक सहयोग और अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर बातचीत करेंगे। सुह वुक की भारत यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा और समझौते होने की उम्मीद है।इस दौरान थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से भी राजधानी दिल्ली में मुलाकात करेंगे। वह परस्‍पर हित के अन्‍य क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय विषयों के साथ-साथ भारत-कोरिया गणराज्‍य के बीच रक्षा सहयोग पर बातचीत करेंगे। वह 27 मार्च को आगरा के पैरा ब्रिगेड हॉस्पिटल का भी दौरा करेंगे जहां 70 साल पहले कोरियाई युद्ध में घायल सैनिकों का उपचार हुआ था।

भारत और दक्षिण कोरिया ने विगत कई वर्षों में द्विपक्षीय संधियों और समझौतों के माध्यम से अपने संबंधों को नई ऊंचाई प्रदान की है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान दोनों देशों के मध्य स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बेहतर आपसी समन्वय देखने को मिला। भारत ने 2017 में दक्षिण कोरिया की कंपनी हानवा टेकविन से 100 के-9 वज्र तोपों का सौदा किया है जिनका निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी लार्सन एंड टुब्रो कंपनी ने सूरत (गुजरात) के हजीरा प्लांट में किया है। वर्ष 2019 में भारत और दक्षिण कोरिया ने विशेष रणनीतिक साझेदारी के तहत एक समझौता किया था, जिसके अंतर्गत दोनों देश एक-दूसरे के नौसैनिक अड्डों का उपयोग रसद के आदान-प्रदान के लिए करेंगे।पिछले साल फरवरी में दोनों देशों ने ‘रक्षा उद्योग सहयोग के लिए रोडमैप’ को अंतिम रूप दिया जिसके कार्यान्वयन के लिए एक टास्क फोर्स गठित करने का भी निर्णय लिया है।
पहली बार भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दिसम्बर, 2020 में दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए थे। नरवणे ने 28-30 दिसम्बर तक अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री सुह वुक, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष वोन-चूल, रक्षा अधिग्रहण कार्यक्रम प्रशासन के प्रमुख कांग इउन-हो और उनके समकक्ष नाम येओंग-शिन के साथ मुलाकात करके आपसी हित के मामलों पर चर्चा की थी। कोरिया गणतंत्र के वरिष्ठ सैन्‍य अधिकारियों और शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात में उन्होंने भारत-कोरिया के रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए चर्चा करते हुए भारत आने का निमंत्रण दिया था।