‘डबल इंजन’ की सरकार से मिल रहा राज्यों को लाभ, त्रिपुरा चला विकास पथ पर : प्रधानमंत्री

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को त्रिपुरा में हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए इसे ‘डबल इंजन’ की सरकारों (केन्द्र और राज्य में भाजपा सरकार) का कमाल बताया। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में ‘डबल इंजन’ की सरकार नहीं है वहां गरीबों, किसानों और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए चल रही योजनाओं का कार्यान्वयन नहीं हो पा रहा है। जबकि त्रिपुरा को मजबूत करने के लिए ‘डबल इंजन’ सरकार काम कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ दोनों देशों के बीच ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा पिछली सरकारों के 30 वर्षों और पिछले तीन वर्षों की ‘डबल इंजन’ सरकार के बीच स्पष्ट अंतर का अनुभव कर रहा है। पहले के वर्षों के भ्रष्टाचार और कमीशन संस्कृति के स्थान पर अब लाभार्थियों के खातों में सीधे पैसा पहुंच रहा है। उन्होंने यह भी याद किया कि समय पर वेतन नहीं मिलने से परेशान कर्मचारी अब 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन पा रहे हैं। पहली बार त्रिपुरा में एमएसपी का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व की हड़ताल की संस्कृति के स्थान पर अब व्यापार करने में आसानी पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। उद्योगों के बंद होने के स्थान पर अब नए निवेश प्राप्त हो रहे हैं। आज त्रिपुरा से निर्यात पांच गुना बढ़ा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में केंद्र सरकार ने त्रिपुरा के विकास के लिए जरूरी हर आवश्यकता का ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लिए केंद्रीय आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। त्रिपुरा को 2009-2014 के बीच केंद्रीय विकास योजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 2014-2019 के बीच 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक प्रदान किए गए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में संपर्क संबंधी बुनियादी ढांचे में जबरदस्त सुधार हुआ है। उन्होंने त्रिपुरा में ‘हीरा’ (हाईवे, आईवे, रेलवे और एयरवे) विकास की बात करते हुए हवाई अड्डे के लिए तेजी से काम, त्रिपुरा में इंटरनेट के लिए सी-लिंक, रेल लिंक और जलमार्ग का उदाहरण दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों पुरानी ब्रू शरणार्थी समस्या का सरकार के प्रयासों के कारण हल मिल पाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 600 करोड़ रुपये का पैकेज ब्रू लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

प्रधानमंत्री ने राज्य की समृद्ध विरासत को छूते हुए कहा कि महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य के बाद अगरतला हवाईअड्डे का नाम बदलना त्रिपुरा के विकास के लिए उनकी दृष्टि का सम्मान है। इसी प्रकार, प्रधानमंत्री ने त्रिपुरा की समृद्ध संस्कृति और साहित्य की सेवा करने वाले लोगों जैसे थंगा डार्लोंग, सत्यराम रेनग और बेनीचंद्र जमातिया को सम्मानित करने पर भी हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बांस आधारित स्थानीय कला को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय जनजातियों को नए अवसर मिल रहे हैं। त्रिपुरा सरकार को तीन साल पूरे करने के लिए बधाई देते हुए मोदी ने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार त्रिपुरा के लोगों की सेवा करना जारी रखेगी।

क्या है मैत्री सेतु

‘मैत्री सेतु’ पुल फेनी नदी पर बनाया गया है। ये नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है। ‘मैत्री सेतु’ नाम भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते द्विपक्षीय और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री ने रखी एकीकृत जांच चौकी की आधारशीला

प्रधानमंत्री मोदी ने सबरूम में एकीकृत जांच चौकी स्थापित करने के लिए आधारशिला भी रखी। यह दोनों देशों के बीच माल और यात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने में मदद करेगा, पूर्वोत्तर राज्यों के उत्पादों के लिए नए बाजार के अवसर प्रदान करेगा और भारत और बांग्लादेश के यात्रियों की निर्बाध आवाजाही में सहायता करेगा। यह परियोजना भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण द्वारा लगभग 232 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनायी जा रहा है।

एचएच-208 की आधारशिला

प्रधानमंत्री ने कैलाशहर में उनाकोटी जिला मुख्यालय को खोवाई जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले एचएच-208 की आधारशिला भी रखी। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा 1078 करोड़ रुपये की लागत से 80 किलोमीटर लंबे एनएच 208 परियोजना को बनाने का काम लिया गया है।

राज्य राजमार्गों और अन्य जिला सड़कों का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा विकसित राज्य राजमार्गों और अन्य जिला सड़कों का भी उद्घाटन किया, जिसमें 63.75 करोड़ रुपये का वित्तीय परिव्यय होगा। वे त्रिपुरा के लोगों को सभी मौसमों में कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे।

आवास योजना (शहरी) के तहत 40,978 घरों का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने आवास योजना (शहरी) के तहत 40,978 घरों का उद्घाटन किया। इस पर 813 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसके साथ प्रधानमंत्री अगरतला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्मित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी उद्घाटन किया।

मल्टी लेवल कार पार्किंग और वाणिज्यिक परिसर का उद्घाटन

इसके अलावा, प्रधानमंत्री पुराने मोटर स्टैंड में मल्टी लेवल कार पार्किंग और वाणिज्यिक परिसर के विकास के लिए आधारशिला रखेंगे। इसे लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री लिचुबागन से हवाईअड्डे तक दो लेन से लेकर चार लेन तक की मौजूदा सड़क को चौड़ा करने के काम का भी शिलान्यास करेंगे। अगरतला स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा यह कार्य लगभग 96 करोड़ रुपये की लागत से कार्यान्वित किया जा रहा है।