किसानों के समर्थन में राज्‍यभर में हुआ चक्‍का जाम

झारखंड
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  • रांची के कार्यक्रम में शामिल हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख

रांची। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर विभिन्न वामदल और जनपक्षीय राजनीतिक दल एवं सामाजिक संगठनों ने 6 फरवरी को एनएच 33 को सांकेतिक रूप से जाम किया। जाम का नेतृत्व भाकपा के अजय कुमार सिंह, माकपा के सुखनाथ लोहरा, भाकपा माले के भुवनेश्वर केवट, मासस के सुशांतो मुखर्जी, झामुमो के मुश्ताक अंसारी, राजद के अभय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से कि‍या।

इस मौके पर झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य, नेत्री डॉ महुआ माजी भी मौजूद थे। मरीज और आवश्यक सेवाओं को जाम से मुक्त रखा गया था। विभिन्न दलों के कार्यकर्ता इन्हें आने-जाने में सहयोग कर रहे थे। कृषि मंत्री ने कृषि कानून को डेथ वारंट करार दिया। उन्‍होंने कहा कि जब तक डेथ वारंट वापस नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

माकपा के प्रकाश विप्लव और प्रफुल्ल लिंडा ने कहा कि किसानों के आंदोलन समर्थन में सभी वाम व गैर भाजपाई समर्थक दल और कई सामाजिक संगठन हैं। किसानों का यह संघर्ष आज पूरे देश की लड़ाई बन चुकी है। भाकपा के अजय कुमार सिंह व उमेश नजीर ने कहा कि यह लड़ाई किसान, हिंदुस्तान व संविधान के हिफाजत की है। यह सरकार 70 सालों की भारत की कमाई को बेचकर खुद को गौरवांवित महसूस कर रही है।

भाकपा माले के भुवनेश्वर केवट व शुभेन्दु सेन ने कहा कि किसानों पर हमला करके इस सरकार ने साबित कर दिया कि इसे लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। लगातार साजिश व दमन के जरिये किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश की है। मासस की ओर से सुशांतो मुखर्जी व झामुमो की ओर से मुश्ताक अंसारी व महुआ माजी, राजद की ओर से अभय कुमार सिंह व राजेश यादव ने भी अपने विचार रखें।

इस मौके पर भाकपा के सच्चिदानंद मिश्र, पुरन्दर महतो, लोकेश आनन्द, इफ्तेखार अहमद, इसहाक अंसारी, हसीब अंसारी, अमीरुल्लाह, सुकरा उरांव, बन्धन उरांव, समुन्दर उरांव, माकपा के बीना लिंडा, बीरेंद्र कुमार, दयामणि बारला सहित अन्‍य उपस्थित थे।

आठ राजमार्गों पर जाम रहा

सीटू के प्रदेश अध्‍यक्ष मिथलेश सिंह और महासचिव प्रकाश विप्‍लव ने कहा कि चक्का जाम आंदोलन में बड़ी संख्या में शामिल होकर किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की गई। इसमें छात्र-युवा, महिला संगठन के प्रतिनिधि के अलावा संस्कृतिकर्मी, लेखक और कलाकार भी शामिल थे।

सीटू राज्य मुख्यालय को प्राप्त अब तक की सूचना के अनुसार झारखंड से गुजरने वाले 30 राष्ट्रीय राजमार्गो मे से 8 राजमार्गो (एनएच 18, 19, 20, 22, 33,39,43,और 49 पर) के 19 स्थानों पर तीन घंटे तक आवगमन बंद रहा।

इसके अलावा 42 जगह स्टेट हाईवे पर हजारों किसान और मजदूर समेत विभिन्न ट्रेड यूनियन, जनसंगठन और धर्मनिरपेक्ष-वाम दलों के कार्यकताओं ने धरना देकर चक्का जाम आंदोलन को सफल बनाया। उन्‍होंने किसान आंदोलन के समर्थन में सफल चक्का जाम आंदोलन के लिए बधाई दी।