विवेक चौबे
गढ़वा। जिले के कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित शोणभद्र आदर्श इंटर कॉलेज के कर्मी शुक्रवार को झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर हड़ताल पर रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य बिरेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि सरकार वित्त रहित इंटर कॉलेज की हमेशा अनदेखा कर रही है, जिसके कारण कर्मी भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं। वर्ष 2020 के कोरोना काल में पैसे के अभाव में कई कर्मियों की मृत्यु भी हो गई है।
हड़ताली कर्मियों ने कहा कि अनुदान की राशि दोगुनी की जाए। इंटर कर्मियों को घाटा अनुदान सरकार दे। इंटरमीडिएट सेवा शर्त नियमावली (शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी) अभिलंब मंत्री परिषद को भेजी जाए। शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति उम्र डिग्री कॉलेजों के शिक्षक के समान 65 वर्ष की जाए। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग में निदेशक की पदस्थापना अविलंब कीय जाए। सरकार इसपर मात्र आश्वासन ही दे रही है। यदि सरकार इस पर विचार नहीं करती है, तो वे भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे।
मौके पर प्रो बबन चौबे, शोभा मिश्रा, आशुतोष मिश्रा, राजेश गुप्ता, इसरार आलम, उमाशंकर कुमार, सत्येंद्र पाठक, अनुज श्रीवास्तव, सत्येंद्र कुमार दुबे, बबन पांडेय, रेखा कुमारी, नरेंद्र पांडेय, सत्यदेव द्विवेदी, सतीश कुमार, अलखनाथ तिवारी, जंग बहादुर यादव, विकास विमल तिवारी, सत्येंद्र प्रसाद, विकास प्रजापति, मथुरा प्रसाद, पंकज पांडेय सहित अन्य कई कर्मी उपस्थित थे।