नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा से संबंधित परियोजनाओं के माध्यम से हमारे अन्न दाता अब ऊर्जा दाता के रूप में देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। शुक्रवार को केरल में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिजली व शहरी क्षेत्र की कई प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए वे अपनी बात रख रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने केरल की विकास यात्रा में योगदान के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। वे ऊर्जा एवं शहरी विकास विभाग से संबंधित हैं। हमने कल के खुशहाल भारत के लिए आज से ही तैयारी शुरू कर दी है।
नरेन्द्र मोदी ने आगे कहा कि मेरे लिए यह खुशी की बात है कि इन परियोजनाओं में भारतीय तकनीक का प्रयोग किया गया है। यह आत्मनिर्भर भारत के प्रयासों को मजबूती प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के त्रिशूर में 320 केवी की बिजली पारेषण परियोजना का उद्घाटन किया। यह वोल्टेज सोर्स कन्वर्टर (वीएससी) पर आधारित अत्याधुनिक हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट (एचवीडीसी) परियोजना है। यह परियोजना 5,070 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है। इससे पश्चिमी क्षेत्र से 2000 मेगावाट बिजली भेजने की सुविधा मिलेगी और केरल की मांग को पूरा किया जा सकेगा।
इसके साथ ही उन्होंने 50 मेगावाट की कसारगोड सौर ऊर्जा परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित की। इस परियोजना को राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन के तहत 280 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने तिरुवनंतपुरम में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र की आधारशिला रखी। इसकी अनुमानित लागत 427 करोड़ रुपये है।