संविदाकर्मियों पर लाठी चार्ज, गर्भवती को भी नहीं छोड़ा, देखें वीडियो

मुख्य समाचार
Spread the love


रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आवास घेरने जा रहे संविदाकर्मियों पर पुलिस ने 22 जनवरी को लाठी चार्ज किया। इस क्रम में गर्भवती को भी नहीं छोड़ा। लाठी चार्ज में कई लोग घायल हो गये। उन्हें ईलाज के लिए रांची सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सेवा विस्तार की मांग को लेकर संविदाकर्मी आंदोलन कर रहे हैं। वे शुक्रवार को मुख्य्मंत्री आवास घेरने वाले थे। वे बिरसा चौक से मुख्यमंत्री आवास घेरने के लिए निकले थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठी चार्ज किया। इसमें कई संविदाकर्मियों को चोटें भी लगी है। दो माह की गर्भवती अनिता ने बताया कि उसके पैर में मारा गया है।

लाठीचार्ज में गर्भवती महिला के अलावा दो अन्य कर्मी भी घायल हुए हैं। उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन कर्मियों में गढ़वा के नीरज पाल और कोडरमा के एक संविदा कर्मी शामिल है। नीरज पाल की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है। इसके अलावा धनबाद जिला के 14 वित्त के कनीय अभियंता शिव कुमार दास का पैर लाठीचार्ज के दौरान फ्रैक्चर हो चुका है एवं लेखा लिपिक सुजीत सोरेन को सिर में काफी ज्यादा चोट है।

लाठी चार्ज के बाद संविदाकर्मी वहीं धरना पर बैठक गये। बिरसा चौक के समीप स्थित गेट को जाम कर दिया। इससे वहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लाठी चार्ज के दौरान संविदाकर्मी चिल्ला रहे थे कि डंडा क्यों मारते हो, गोली मार दो।

जानकारी हो कि 14वें वित्त आयोग (पंचायती राज) अंतर्गत कार्यरत कनीय अभियंता एवं लेखा लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर सेवा अवधि आज 31 दिसंबर 2020 को समाप्त हो गई है। वे सेवा विस्तार करने की मांग कर रहे हैं। बीते करीब एक महीने से आंदोलनरत हैं। वे पंचायती राज विभाग में समायोजन की मांग कर रहे हैं। ऐसे कर्मियों की संख्या करीब 16 सौ है।

लाठी चार्ज के बाद रांची अनुमंडल पदाधिकारी समीरा एस और सिटी एसपी सौरभ बिरसा चौक पहुंचे। सिटी एसपी ने कहा कि लाठी चार्ज की जांच कराई जाएगी। दोषी पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन करने वालों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से बात कराने का प्रयास किया जाएगा।