रांची। पंचायत सचिव और निम्नवर्गीय लिपिक नियुक्ति को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन फिर से शुरू हो गया है। वे झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम स्थित झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) के समक्ष धरना दे रहे हैं। परीक्षा की अंतिम मेधा सूची शीघ्र जारी करने और नियुक्ति पत्र देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सारी प्रक्रिया होने के बाद भी सरकार जानबूझकर इसे लटका रही है।
अभ्यर्थियों ने बताया कि 4913 पंचायत सचिव और लिपिक के पदों पर नियुक्ति के लिए दस्तावेज सत्यापन हुए 1 वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी सरकार अंतिम मेघा सूची जारी नहीं कर रही है। नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर पहले भी आंदोलन हुआ था। आश्वासन के बाद भी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं की गई। मेधा सूची जारी नहीं की गई।
अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछले दिनों रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर व्यक्तिगत सत्याग्रह आमरण अनशन किया था। पंचायत सचिव के सफल अभ्यर्थी बोकारो से गुलाम हुसैन, रमेश लाल, पूजा कुमारी, रांची से मनीष वर्मा, निहाल शर्मा, लातेहार से विशाल गौरव, रामगढ़ से अनुज कुशवाहा सहित 1000 छात्र-छात्राएं ने 12 दिनों तक आमरण अनशन पर बैठे थे।
इस दौरान सरकार की ओर से 11 सदस्यों वाले कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अभ्यर्थियों से बात की थी। पंचायत सचिव और लिपिक की नियुक्ति समयबद्ध तरीके से 15 नवंबर तक पूरा करने पर भरोसा दिया था। यह भी कहा गया था कि कैबिनेट की बैठक में पंचायत सचिव से संबंधित नियुक्ति में हो रही दिक्कतों को दूर किया जाएगा। बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आश्वासन के बाद आमरण अनशन खत्म हुआ था, पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। अब झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने शिक्षक सहित अन्य रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसे लटकाया जा रहा है।