रांची। भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग की इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना प्रत्येक वर्ष एनएसएस के अति सक्रिय स्वयंसेवक/स्वयंसेविका, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक को राष्ट्रीय एनएसएस अवार्ड से पुरस्कृत करता है। पूरे देश के 30 स्वयंसेवक, 10 कार्यक्रम पदाधिकारी और 2 कार्यक्रम समन्वयक को प्रत्येक वर्ष उक्त पुरस्कार दिया जाता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक (बिहार/झारखंड) पीयूष विनायक परांजपे और झारखंड के राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष 2019-20 का पुरस्कार मार्च 21 में दिया जाएगा। इसके लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवक/स्वयमसेविक, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक से आवेदन आमंत्रित किया गया है। आवेदन सहित संक्षिप्त रिपोर्ट को 11 जनवरी, 2021 तक झारखंड के युवा मामले एवं खेल निदेशालय में शाम 4 बजे तक अपने-अपने विश्वविद्यालयों से अग्रसारित कराकर जमा करना है।
डॉ कुमार ने बताया कि प्रत्येक विश्वविद्यालय से प्राप्त आवेदनों के आधार पर राज्य स्तरीय चयन समिति की बैठक पर्यटन, कला, संस्कृति, युवा मामले एवं खेल विभाग की सचिव की अध्यक्षता में होगी। उसमें झारखंड के चयनित आवेदन को 24 जनवरी 2020 तक नई दिल्ली भेजा जाएगा। नई दिल्ली में राष्ट्रीय चयन समिति पूरे देश से प्राप्त आवेदनों में से पुरस्कार के लिए अंतिम सूची बनाएगी।
राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवेदन देने वालों के लिए एक गाइडलाइन भी जारी किया गया है। इसमे 2 वर्षों (201819 और 2019-20) तक एनएसएस के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देने वालों स्वयमसेवकों, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक ही आवेदन दे सकते हैं। इन दो वर्षों में जिन्होंने कम से कम 240 घंटे कार्य किया हो। स्वयंसेवकों की उम्र 25 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
राष्ट्रीय पुरस्कार की राशि एवं मेडल
स्वयमसेवक/ स्वयंसेविका के लिए– 1 एक लाख रुपये नकद, सिल्वर मेडल एवं प्रमाण पत्र कार्यक्रम पदाधिकारियों के लिए– 1.50 लाख रुपये नकद, सिल्वर मेडल एवं प्रमाण पत्र कार्यक्रम समन्वयक के लिए– 2 लाख रुपये नकद, ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र।