महाराष्ट्र। सूबे के भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। मामले में जांच का आदेश दिया गया है। घटना के बाद तत्काल आधार पर सभी अस्पतालों का ऑडिट करने का आदेश दिया।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि मुआवजे का ऐलान किया गया है। महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हुई है। डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री अजित पवार ने अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद तत्काल आधार पर सभी अस्पतालों का ऑडिट करने का आदेश दिया।
एनसीपी के नवाब मलिक ने कहा कि भंडारा के अस्पताल में आग लगने से 10 बच्चों की मौत काफी दुखद घटना है। मामले की जांच कर ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। राज्य में सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट कराना जरूरी है। कोई अस्पताल मानकों का उल्लंघन करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने भंडारा जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा। पत्र में अस्पताल में आग की घटना की जांच करने और 48 घंटे में एक वास्तविक कार्रवाई रिपोर्ट भेजने को कहा।
जिला कलेक्टर संदीप कदम ने कहा कि भंडारा रात को करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हुई है। हमने 7 बच्चों को बचाया है। मामले में विस्तृत जांच की जाएगी। घटना का कारण पता लगाया जाएगा।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी मांग है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और इसके ज़िम्मेदार लोगों पर हत्या का गुनाह दाखिल हो। मृतक बच्चों के परिवार को सरकार की ओर से 10 लाख का मुआवज़ा दिया जाना चाहिए।