- तीन कंपनियों ने बंगलों और परिसर की डिजाइन का किया पुनः प्रस्तुतिकरण
- शिवा कंस्लटेंसी, मास एन वायड और रांची के संतोष शेखर ने दिखाया प्रारूप
- एक बंगला लगभग 1000 वर्ग मीटर या 7 से 9 हजारवर्ग फीट का हो सकता है
- एक बंगले की लागत 2.50 करोड़ से लेकर 2.70 करोड़ के आसपास आयेगी
रांची। रांची स्मार्ट सिटी में प्रस्तावित झारखंड के 12 मंत्रियों का बंगला एवं परिसर पूरी तरह वास्तु और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बनाया जायेगा। बंगला एवं परिसर के निर्माण से संबंधित विस्तृत कार्य प्रतिवेदन (डीपीआर) बनाने के लिए परामर्शी कंपनियों ने 21 जनवरी को पुनः प्रस्तुतिकरण किया। यह प्रस्तुतिकरण जुडको के सभागार में किया गया। जल्द ही डिजाइन को स्वीकृत कर डीपीआर बनाने का कार्यादेश दे दिया जायेगा।
दिल्ली की मास एन वायड डिजाइन कंस्लटेंट्स और शिवा कंस्लटेंसी एवं रांची की कंपनी संतोष शेखर ने बंगले और संपूर्ण परिसर का प्रारूप की डिजाइन का प्रस्तुतिकरण किया। लगभग सात एकड़ में बनने वाले मंत्रियों के 12 बंगले का निर्माण किया जाएगा। सभी ने अपनी डिजाइन में बंगलों में पर्याप्त धूप, सुरक्षा, गोपनीयता एवं पर्यावरण का ध्यान में रखा है। विगत 18 दिसंबर को हुई प्रस्तुतिकरण को अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया था।
प्रत्येक बंगलों का फ्रंट साइड पूरब की ओर रखा गया है। बंगलों का अधिकांश हिस्सा पूर्वोत्तर दिशा में दर्शाया गया है, ताकि उसमें पर्याप्त मात्रा में प्रकाश रहे। बाथरूम, किचेन, कार्यालय, प्रतीक्षा कक्ष और शयन कक्ष पूरी तरह वास्तु की दृष्टि से प्रस्तावित किया गया है। प्रत्येक बंगले में चार से पांच बेड रूम रहेंगे। ग्राउंड फ्लोर पर दो बेड रूम, प्रतीक्षालय, मंत्री का बैठक कक्ष, दो शौचालय, एक छोटा पेंट्री रूम, गार्ड रूम, एक डाइनिंग कम कांफ्रेस हाल की व्यवस्था रहेगी। सामने एक छोटा पार्क भी रहेगा। सभी बेड रूम में बालकनी रहेगी। प्रथम तल पर बेड तीन बेड रूम रहेगा, जिसमें एक मास्टर बेड रूम शामिल है। एक बंगले की लागत 2.50 करोड़ से लेकर 2.70 करोड़ के आसपास आयेगी। पूरे परिसर का विकास लगभग 50 करोड़ रुपये में हो सकता है।
बंगला और संपूर्ण परिसर के निर्माण में पर्यावरण एवं हरियाली का पूरा प्रावधान रखा गया है। परिसर में पार्क एवं वृक्षारोपण के अलावा अलग-अलग हर बंगलों में एक पार्क एवं लैंड स्केपिंग का प्रावधान रखा जा रहा है। बंगलों डुपलेक्स के प्रारूप पर बनाया जायेगा। आवास के आगे और पीछे दोनों तरफ हरियाली का प्रावधान किया जायेगा। परिसर में फुटपाथ, साइकिल पथ एवं सड़क रहेगा। योगा पार्क एवं कामन जिम का भी प्रावधान रहेगा। हर बंगले को वास्तु के नियमों के तहत डिजाइन किया जायेगा। इसमें जरूरत के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकेगा।
जुडको के परियोजना निदेशक (तकनीकी) रमेश कुमार, नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव केके मिश्रा, परियोजना निदेशक (प्रशासन) अमरेंद्र कुमार, मुख्य अभियंता तकनीकी कोषांग नगर विकास राजदेव सिंह, जुडको के महाप्रबंधक (लोक निर्माण) वीरेंद्र कुमार, महाप्रबंधक (योजना एवं भवन) वीके राय और जुडको के डीजीएम पीके सिंह की समिति ने बंगलों एवं परिसर का प्रस्तुतिकरण देखा।