मात्र तीन घंटे में ग्रामीणों ने बनाया दो बोरीबांध

झारखंड
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खूंटी। जिले के मुरहू प्रखंड क्षेत्र की गोड़ाटोली पंचायत अंतर्गत सुरूंदा गांव में जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त जज्बा दिखाई पड़ा। सुबह के सात बजे से ही गांव की महिला, पुरूष, बच्चे, बूढ़े सभी सुरूंदा नदी के पास जुटे। गांव के लोगों ने दो भागों में बंटकर महज तीन घंटे के अंदर दो बोरीबांधों का निर्माण पूरा कर दिया। इसके बाद एक और बोरीबांध बनाया गया। फिर निर्माण स्थल पर ही सामूहिक भोज का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और ग्रामसभा, सुरूंदा के संयुक्त तत्वावधान में जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बोरीबांध का निर्माण किया गया। सुरूंदा में और तीन बोरीबांध जल्द ही बनाये जाऐंगे।

ग्रामसभा में बोरीबांध बनाने का निर्णय

ग्राम प्रधान सवना मुंडू ने बताया कि ग्रामसभा में बोरीबांध बनाने के निर्णय के बाद सामूहिक प्रयास से बोरीबांध का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि गांव में बोरीबांध बनने के बाद अब युवा लगभग 15 एकड़ में तरबूज और सब्जी की खेती करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में यहां एक एकड़ में लेमनग्रास की खेती भी की जाएगी।

अलग-अलग स्नान करने की व्यवस्था

गांव के युवा राय मुंडा ने कहा कि तीन बोरीबांध बनने के बाद महिला और पुरूषों के अलग-अलग स्नान करने की व्यवस्था हो गई। इन बांधों से नहाने-धोने के साथ मवेशियों को भी पीने का पानी मिल सकेगा।

बेंजामिन मुंडू ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात है कि बोरीबांध के बगल में स्थित तालाब में मछली पालन किया गया है। पूरी उम्‍मीद है कि इसका पानी इस वर्ष गर्मी में नहीं सूखेगा। उन्होंने कहा कि भूगर्भिय जलस्तर बढ़ने से गांव के कुंआ और चापानलों में भी पानी नहीं घटेगा।

100 से ज्यादा बोरीबांध बनाये जाएंगे : देवा

सेवा वेलफेयर सोसाईटी के देवा हस्सा और मो शकील पाशा ने बताया कि इस वर्ष अभियान के तहत 100 से ज्यादा बोरीबांध बनाये जाऐंगे। 21 जनवरी को बिरबांकी में 120 फीट लंबा बोरीबांध बनाया जाएगा। संस्था का लक्ष्य किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराकर जिले में हरित क्रांति लाना है।

उत्सव भरे माहौल में हुआ बोरीबांधों का निर्माण

सुरूंदा में मंगलवार को उत्सव जैसा माहौल था। विषय था जल संरक्षण। गांव के जिन लोगों ने बोरीबांध निर्माण में अपना योगदान दिया, उनमें ग्रामप्रधान सवना मुंडू, राय मुंडा, गंगाराम मुंडू, सुनूर मुंडू, अब्रहाम मुंडू, महादेव मास्टर, नंददेव मुंडू, फुलमनी मुंडू, हिंदू मुंडू, मतियस मुंडू, बेंजामिन मुंडू, शंकर ओड़ेया, नारायण मुंडू, मरसा मुंडू समेत संपुर्ण ग्रामसभा सदस्यों के नाम शामिल हैं।