आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। दुर्गा पूजा संपन्न हुए महीनों बीत गये। हालांकि आज तक हिंडाल्को ने चंदा नहीं दिया। अब सिद्धिदात्री दुर्गा पूजा समिति ने चंदा के लिए काटी गई रसीद वापस करने की मांग की है। समिति के संयोजक ने रसीद वापसी के लिए प्रबंधन को आवेदन दिया है।
प्रबंधन को दिये आवेदन में समिति के संयोजक ने कहा है कि दुर्गा पूजा के लिए 2,100 रुपये का चंदा मांगा गया था। रसीद (नंबर 2206) काटकर दी गई थी। राशि अब तक पूजा समिति को प्राप्त नहीं हुई है। कई बार पूजा समिति के लोग गये, परंतु गेट से यह कहकर वापस कर दिया जाता है कि अभी चंदा का भुगतान नहीं होगा।
समिति के संयोजक ने जानना चाहा है कि अगर चंदा का भुगतान नहीं करना है तो अभी तक रसीद वापस क्यों नहीं की गई। उन्होंने प्रबंधन से आग्रह किया है कि रसीद वापस कर दी जाए। चैती दुर्गा पूजा का चंदा भी इस समिति को आज तक नहीं दिया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंडाल्को प्रबंधन द्वारा धार्मिक अनुष्ठानों में चंदा देने से इनकार करना निंदनीय और चिंतनीय है। कंपनी 1000-2000 का चंदा देने से इनकार कर रही है। इसके पीछे प्रबंधन का तानाशाह रवैया साफ झलक रहा है। विश्कर्मा पूजा में भी कंपनी किसी प्रकार का आयोजन नहीं करती है।