नई दिल्ली। राम जन्मभूमि मंदिर न्यास को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से मंदिर निर्माण के लिए पहला दान मिला। उन्होंने इसके लिए 5 लाख रुपये दान दिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 लाख रुपये का चंदा दिया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। श्री कुमार ने बताया कि हम लोग इस अभियान की शुरूआत के लिए उनके पास गए। उन्होंने इसके लिए 5,01,000 रुपए का दान दिया। इस मिशन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद के नेता विनायक राव देशमुख को एक लाख रुपये का चेक दिया। सीएम ने कहा कि भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण में एक ईंट हमारे परिवार की भी लगेगी। यह राम मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर है। श्री राम जी भारत की पहचान हैं। यह सौभाग्य है कि मंदिर का निर्माण जनसहयोग से प्रारंभ हो रहा है और उसमें गिलहरी की तरह हमें अपना योगदान देने का सौभाग्य मिला
बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कहा गया था कि राम मंदिर निधि समर्पण अभियान जनता की स्वेच्छा से मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित भाव से दान लिया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद की मंशा इस योजना को भारत में 50 करोड़ लोगों तक पहुंचाने की है। इस अभियान में जुटाई गई राशि को चंदा नहीं कहा जाएगा। इस अभियान में जमा किया गया पैसा भगवान का पैसा कहा जाएगा। इसे मांगा नहीं जाएगा।
स्वेच्छा से दान करने वालों के लिए कूपन छापे जाएंगे। ये कूपन 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के होंगे। 100 रुपयों के कूपन 8 करोड़ की संख्या में, 10 रुपये के कूपन 4 करोड़ की संख्या में और 1000 रुपये के कूपन 12 लाख की संख्या में छापे जाएंगे। दान की राशि के अनुसार ही रसीद दी जाएगी। सभी कूपन बंटने से 960 करोड़ रुपये जमा हो सकेंगे।