विवेक चौबे
गढ़वा। उपायुक्त राजेश कुमार पाठक ने कोयल नदी पर बने सुंडीपुर पंसा पुल में बन रहे एप्रोच रोड का स्थल निरीक्षण शनिवार को किया। इस दौरान एक-एक कर सभी खाता प्लॉट के अनुसार जगह हो देखा। इसके बाद मध्य विद्यालय सुंडीपुर के प्रांगण में अधिकारी और स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा कि यह पुल झारखंड का सबसे बड़ा पुल है। इसके पहुंच पथ का निर्माण पूर्ण होने के बाद जिला ही नहीं कई राज्यों के लोग इससे लाभांवित होंगे। एप्रोच रोड में जिनका भी भूमि जा रहा है, उन्हें मुआवजा दिया जायेगा। एसडीओ गढ़वा द्वारा मुआवजा दिए जानेवाले लोगों का बारी बारी से नाम पढ़कर सुनाया गया, जिसपर उपस्थित लोगों ने सहमति जताई।
अंचल अमीन को लगी फटकार
आम लोगों के आग्रह पर उपायुक्त ने एप्रोच रोड के लिए अधिग्रहित की जा रही भूमि का चार बार निरीक्षण किया। इस दौरान अंचल अमिन धर्मदेव राम द्वारा उपायुक्त व अन्य पदाधिकारियों को भरमाते रहे। रोड के लिए निर्धारित एलाइमेंट वाले स्थल पर नहीं ले जाकर अलग-अलग स्थल पर ले जाते रहे। इसके बाद उपायुक्त और गढ़वा एसडीओ ने अमीन को फटकार लगाई। सही स्थान पर ले जाने की बात कही। डांट पड़ने के बाद अमीन पदाधिकारियों को सही स्थान पर ले गए। इस दौरान ग्रामीणों ने अमीन का विरोध भी किया।
विद्यालय की जमीन का सीमांकन
ग्रामीणों के अनुसार अमीन ही इस मामले को इतने दिन तक लटकाए हुए हैं। निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय मुखिया और रैयतों की आपसी सहमति से मंदिर के दक्षिण निर्धारित स्थल पर एप्रोच रोड का निर्माण आनेवाले दिनों में किया जायेगा। कुछ छोटे छोटे मामले का ऑनस्पॉट निपटारा किया गया। उन्होंने कहा कि विद्यालय की भूमि को छोड़कर एप्रोच रोड का निर्माण होगा। विद्यालय की भूमि का सीमांकन करने की बात कही, ताकि अतिक्रमण हटाया जा सके।
ये अधिकारी भी थे मौजूद
मौके पर एसडीओ जियाउलहक अंसारी, डीसीपीए चंद्रजीत सिंह, रजिस्टार अरुण उरांव, पथ निर्माण विभाग गढ़वा सुनील कुमार, कनीय अभियंता शैलेश कुमार, राजवीर कंस्ट्रक्शन के इंजीनियर मोहित कुमार, धीरज पुरी, अंचलाधिकारी जोहन टुड्डू, सीआई बेलासिस केरकेट्टा, प्रमुख प्रतिनिधि पिंकू पाण्डेय, समाजिक कार्यकर्ता शशांक शेखर, मुखिया प्रतिनिधि नीरज सिंह, डीके पाण्डेय, भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। इस दौरान थाना प्रभारी नीतीश कुमार दलबल के साथ सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे।