- झारखंड में साइकिल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट जल्द से जल्द स्थापित हो
- नए कल्चर में उद्योगों के विकास के लिए इंडस्ट्री प्रमोशन की टीम बनाएं
रांची । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में ऐसे उद्योगों की स्थापना की जाए, जिससे अधिक से अधिक रोजगार का सृजन हो। राजस्व की भी प्राप्ति हो। राज्य में रोजगार सृजन करना है। सरकार की प्राथमिकता है। साथ ही, राजस्व की भी प्राप्ति हो, इसे सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री झारखंड मंत्रालय में 11 दिसंबर को उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
इंडस्ट्री प्रमोशन की एक टीम बनाएं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में उद्योगों के विकास के लिए नई-नई इन्नोवेटिव चीजों को बढ़ावा देने के लिए इंडस्ट्री प्रमोशन की एक टीम बनाएं, जो देश दुनिया में उद्योगों के क्षेत्र में हो रहे नए-नए कार्यों की समीक्षा करें। उद्यमियों को आकर्षित करने का भी कार्य करें। राज्य में एक नए कल्चर में उद्योगों की स्थापना हो इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।
फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र को व्यापक बनायें
श्री सोरेन ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र को और अधिक व्यापक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक हम सिर्फ टमाटर से केचप और हरी मिर्च से चिली सॉस का प्रोसेसिंग ही जानते हैं, जबकि कई ऐसी फसल हैश् जिनका हम फूड प्रोसेसिंग कर सकते हैं। हमें उन सब चीजों को जानने की जरूरत है। हमें किसानों को बढ़ावा देना चाहिए कि अगर किसी उत्पाद की फूड प्रोसेसिंग की जा सकती है, तो इस क्षेत्र में आगे आए सरकार उनका पूर्ण सहयोग करेगी। उन्होंने फूड प्रोसेसिंग के साथ इसके मार्केटिंग को बढ़ावा देने पर भी बल दिया।
लघु कुटीर उद्योग दिया जाए बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जाए, ताकि इस क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों के जीवन स्तर में व्यापक बदलाव आए। लोगों के द्वारा बनाए गए उत्पादों को एक बाजार मिले इस दिशा में कार्य करें।
मिट्टी के बर्तनों की उपयोग करें
श्री सोरेन ने माटी कला बोर्ड के कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि कुम्हार एवं शिल्पकारों के द्वारा बनाए गए उत्पादों को एक बाजार मिलेश् इसे बोर्ड सुनिश्चित करें। आज मिट्टी के बर्तनों का प्रचलन काफी बढ़ गया है। इसे और अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है। यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। पर्यावरण की दृष्टि से भी काफी बेहतर है।
साइकिल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना हो
मुख्यमंत्री ने उद्योग सचिव को निर्देश दिया कि राज्य में साइकिल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना का जल्द से जल्द प्रयास हो। इस दिशा में जो भी उद्यमी झारखंड में उद्योग लगाना चाहते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाए।
उपलब्धि और योजना की जानकारी दी
बैठक में सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने उद्योग विभाग की उपलब्धियों एवं कार्य योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रांची के चान्हो स्थित बरहे में फार्मा पार्क का निर्माण किया जाना है। इसी तरह गोपालगंज, धनबाद में लेदर पार्क, नामकुम, रांची में आईटी टावर का निर्माण किया जा रहा है।
उद्योग विभाग की उपलब्धियां एवं कार्य योजना
देवघर के देवीपुर औद्योगिक क्षेत्र में 67.33 करोड़ की लागत से प्लास्टिक पार्क का निर्माण किया जा रहा है। प्लास्टिक पार्क की स्थापना के लिए 93.09 एकड़ भूमि आरक्षित की गई हैं। पार्क में 111 प्लॉट बनाया गया है, जिसमें माइक्रो 83, स्मॉल 14 और वृहत 5 औद्योगिक इकाइयों के लिए आवंटन किया जाएगा।
औद्योगिक नीतियों के तहत गत 1 वर्ष ( दिसंबर 2019) से अब तक 579.79 करोड़ की लागत से 68 इकाइयां स्थापित की गई, जिसमें 4062 लोगों को रोजगार मिला। 4951.86 की लागत से 52 इकाइयों की स्थापना प्रस्तावित है, जिसमें करीब 4286 रोजगार के सृजन की संभावना है।
प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज योजना 2020-21 से प्रारंभ किया गया है, जिसमें भारत सरकार द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020 -21 में 2.6 करोड़ किया गया है।
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, उद्योग सचिव श्रीमती पूजा सिंघल एवं विभाग के अन्य पदाधिकरी उपस्थित थे।