राज्य में बच्चों की तस्करी को सख्ती से रोकने की जरूरत : राज्‍यपाल

झारखंड
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रांची । राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमें समाज में व्याप्त अंधविश्वास एवं कुरीतियों को दूर करने के लिए सक्रियता से आगे आना होगा। बेटियों के आगे बढ़ने और शिक्षित होने से सिर्फ परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा समाज बदलता है। आगे बढ़ता है।  राज्यपाल ने उक्त बातें शुक्रवार को राजभवन में यूनिसेफ के माध्यम से बाल पत्रकारों से मुलाकात के क्रम में कही।

बाल पत्रकार जानकी कुमारी, फरहीन परवीन और मोहम्मद कैफ ने राजभवन में राज्यपाल से संवाद स्थापित करने के क्रम नोवेल कोरोना वायरस के समय छात्रों को हुई समस्याओं से अवगत कराया। साथ ही, बाल विवाह का विरोध कर शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को कैसे साकार किया जा सके, इससे संबंधित अपने विचार प्रकट करते हुए कुछ प्रश्न भी पूछे, जिसका जवाब राज्यपाल ने दिया।

राज्यपाल ने उनसे कहा कि वे बच्चों से मिलना-जुलना बेहद पसंद करती हैं। वह राज्य के बहुत से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों समेत अन्य आवासीय विद्यालय में जाकर छात्राओं से मिली हैं। कोरोना वायरस के समय स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है, परंतु कुछ गरीब परिवार के बच्चों को स्मार्टफोन नहीं होने के कारण परेशानी होती है। शिक्षकों को ऐसे बच्चों की सहायता नोट्स इत्यादि के माध्यम से करनी चाहिए। नई शिक्षा नीति के तहत वर्ग 9 से कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्‍यपाल ने कहा कि राज्य में बच्चों की तस्करी को सख्ती से रोकने की आवश्यकता है। बच्चों में कुपोषण को दूर करना होगा। राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि आप परिश्रम करें और पढ़ाई करें। आपको अपनी मंजिल अवश्य मिलेगी। इस अवसर पर यूनिसेफ के मुख्य क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रसांता दास भी उपस्थित थे।